मुंबई, 10 अक्टूबर 2024: देश में साइबर अपराध और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लिए गए मोबाइल कनेक्शनों का दुरुपयोग रोकने के लिए दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने सख्त कदम उठाए हैं। विभाग ने इस साल अब तक 1.77 करोड़ फर्जी या जाली दस्तावेजों पर लिए गए मोबाइल कनेक्शनों को डिस्कनेक्ट कर दिया है। इसके अलावा, साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले 33.48 लाख मोबाइल कनेक्शनों को भी बंद किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, 49,930 मोबाइल हैंडसेटों को ब्लॉक किया गया है, जो आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल किए जा रहे थे। एक व्यक्ति के नाम पर निर्धारित सीमा से अधिक जारी किए गए 77.61 लाख मोबाइल कनेक्शनों को भी बंद कर दिया गया है।
साइबर अपराध और धोखाधड़ी गतिविधियों को रोकने के लिए विभाग ने 2.29 लाख मोबाइल फोन पूरे देश में ब्लॉक किए हैं। इसके साथ ही, दुर्भावनापूर्ण एसएमएस भेजने में शामिल 20,000 संस्थाओं, 32,000 एसएमएस हेडर और दो लाख एसएमएस टेम्प्लेट को भी बंद कर दिया गया है।
बैंकों और पेमेंट वॉलेट के लगभग 11 लाख खातों को फ्रीज कर दिया गया है, जो फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए मोबाइल कनेक्शनों से जुड़े थे। इन मामलों में कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 365 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए दूरसंचार विभाग ने एक ऑनलाइन सुरक्षित डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी) तैयार किया है, ताकि विभिन्न हितधारकों के बीच दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग से संबंधित जानकारी साझा की जा सके और अपराधियों पर नकेल कसी जा सके।
इस कठोर कार्रवाई के बाद उम्मीद है कि फर्जी मोबाइल कनेक्शनों और साइबर अपराधों पर लगाम लगेगी, जिससे देश में डिजिटल लेनदेन और मोबाइल सेवाओं की सुरक्षा और सुदृढ़ हो सकेगी।