नालासोपारा : वसई विरार क्षेत्र में सस्ते में फ्लैट देने के नाम पर एक गिरोह के लोगों ने कई लोगों से लगभग 50 लाख रुपए की ठगी (Fraud) की है। इस मामले में मीरा भायंदर-वसई विरार आयुक्तालय की क्राइम ब्रांच जोन 3 की टीम ने एक ठग को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
जानकारी के अनुसार घटना बीते 6 जुलाई 2021 की है जब ठगों (Fraud) के इस गिरोह में शामिल रामसिंह देवड़ा, शुभम मिश्रा, सूरज दूबे, गौतम चौधरी और रूम मालिक पुलक दास ने आपस में योजना बनाकर मामले में पीड़ित हैरल पैक्ट्रिक सॉल्विन को नालासोपारा पश्चिम स्थित क्रिस्टल प्लाजा नामक बिल्डिंग के फ्लैट संख्या ए 708 को यह बताकर कि उस फ्लैट पर कोई कर्ज नहीं है, 17 लाख 50 हजार में रजिस्ट्री के माध्यम से बेच दिया। जबकि उस फ्लैट पर एचडीआईएल नामक बैंक से लोन था जिसकी ईएमआई फ्लैट मालिक पुलक दास नहीं भर रहा था और वही फ्लैट पीड़ित को बेच दिया था।
इधर पीड़ित द्वारा पैसे देने के बावजूद उसे फ्लैट पर कब्जा नहीं दिया जा रहा था और न ही फ्लैट खरीदने के लिए दिए गए पैसे वापस कर रहे थे। अपने साथ हुई ठगी का अहसास होने पर पीड़ित हैरल पैट्रिक सॉल्विन ने नालासोपारा पुलिस स्टेशन में ठगी (Fraud) का मामला दर्ज कराया।
इस मामले को लेकर मीरा भायंदर वसई विरार आयुक्तालय की क्राइम ब्रांच 3 की टीम ने जांच शुरू की और इस मामले में संलिप्त ठगों में प्रमुख राम सिंह जालम सिंह देवरा उम्र 28 वर्ष, जो विरार में रहता था उसे बीते 2 फरवरी 2023 को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की । जिसके बाद रामदेवरा ने पुलिस को जानकारी दी कि सस्ते में फ्लैट उपलब्ध होने का झांसा देकर लोगों से ₹50 लाख ऐंठ (Fraud) लिए हैं।
फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी राम सिंह जालम सिंह देवड़ा द्वारा बताए गए कुल पांच (अर्नाला के ३ और नालासोपारा के २) ठगी (Fraud) के मामलों में संलिप्तता का खुलासा किया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल ठग (Fraud) देवरा इन दिनों पुलिस कस्टडी में है और पुलिस आगे की जांच कर रही है।
इस पूरी कार्रवाई में को अंजाम देने में क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे और क्राइम एसीपी अमोल मांडवे के निर्देशन में प्रमोद बड़ाख़ पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में उमेश भागवत पुलिस उपनिरीक्षक के साथ शंकर शिंदे अशोक पाटिल, सचिन घेरे, सागर बारावकार, मनोज सकपाल, अश्विन पाटिल, राकेश पवार, सुमित जाधव, मसुब प्रवीण वानखेड़े, सागर सोनवडे ने की है।