Mumbai Crime News : बोरी में बंद लाश की सुलझी गुत्थी,पति और परिवार ही निकला क़ातिल
मुंबई (Mumbai) के ट्रॉम्बे थाना क्षेत्र में शुक्रवार को बोरी में बंद मिली महिला के क्षत-विक्षत शव की गुत्थी को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। इस हत्या के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें महिला का पति, देवर और अन्य परिवार के सदस्य शामिल हैं।
मामले का विवरण:
डीसीपी हेमराज सिंह राजपूत ने बताया कि 23 अगस्त को ट्रॉम्बे पुलिस स्टेशन क्षेत्र के महाराजनगर इलाके में एक बोरी में बंद महिला का अज्ञात शव मिला था। शव को सड़क किनारे फेंका गया था। हत्या के मामले की जांच के लिए पुलिस ने तुरंत 10 टीमों का गठन किया और जांच शुरू की। शव की पहचान के बाद, पुलिस ने मामले में संलिप्त पांच लोगों को हिरासत में लिया।
आरोपियों का विवरण:
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मृतक महिला के पति कन्हैयालाल भाईलाल जायसवाल, देवर अशोक भाईलाल जायसवाल, और अन्य तीन लोग—रवि उर्फ प्रेमकुमार रमय्यालाल श्रीवास्तव, मुन्नी रमय्यालाल श्रीवास्तव, और रेशमा रमय्यालाल श्रीवास्तव शामिल हैं। पुलिस की जांच के अनुसार, घरेलू विवाद के चलते इन सभी ने मिलकर महिला की हत्या की और फिर उसके शव को बोरी में भरकर सड़क किनारे फेंक दिया।
पिछले मामलों की तुलना:
मुंबई में इस तरह के अपराध पहले भी हो चुके हैं। मई में गोरेगांव इलाके में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जहां एक घर से प्लास्टिक शीट में लिपटा हुआ महिला का शव मिला था। उस मामले में भी घरेलू विवाद और पति का शामिल होना सामने आया था। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि घरेलू हिंसा के मामलों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।
क्या कहते हैं आँकड़े ?
मुंबई पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में घरेलू हिंसा और हत्या के मामलों में 15% की वृद्धि दर्ज की गई थी। इन मामलों में ज्यादातर हत्याओं के पीछे पारिवारिक विवाद और संपत्ति संबंधी झगड़े कारण बने। इस तरह के अपराधों में परिवार के सदस्य ही शामिल होते हैं, जो महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
समाज पर प्रभाव:
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि घरेलू हिंसा का स्तर बढ़ता जा रहा है, और इसमें महिलाओं की जान का खतरा भी बढ़ रहा है। पुलिस और प्रशासन को इस दिशा में कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके।
इस मामले में पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने अपराधियों को पकड़ने में मदद की है, लेकिन इस तरह के मामलों को रोकने के लिए समाज में जागरूकता और सख्त कानूनों की आवश्यकता है। घरेलू हिंसा के बढ़ते मामलों पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है, ताकि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।