Haldi Kumkum : वसई: “हळदी-कुंकू समारंभ” परंपरा, भाषा और पर्यावरण का संगम
पालघर जिले की एकमात्र और वसई की प्रथम महिला विधायक स्नेहा दुबे पंडित द्वारा वसई पश्चिम स्थित भारतीय जनता पार्टी मुख्य कार्यालय के प्रांगड़ में आयोजित "हळदी-कुंकू समारंभ" बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ संपन्न
वसई पश्चिम में भारतीय जनता पार्टी की विधायक सौ. स्नेहा दुबे पंडित के नेतृत्व में “हळदी-कुंकू समारंभ” (Haldi Kumkum) का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वसई विधानसभा क्षेत्र की हजारों महिलाओं ने हिस्सा लेकर इसे ऐतिहासिक बना दिया।
वसई की राजनीति में लोकप्रियता के शिखर पर निरंतर अग्रसर विधायक स्नेहा दुबे पंडित को हजारों महिलाओं का स्नेह आशीर्वाद और समर्थन। पालघर जिले की एकमात्र और वसई की प्रथम महिला विधायक स्नेहा दुबे पंडित द्वारा वसई पश्चिम स्थित भारतीय जनता पार्टी मुख्य कार्यालय के प्रांगड़ में आयोजित “हळदी-कुंकू समारंभ” बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम को वसई विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं का भरपूर समर्थन मिला, और हजारों की संख्या में महिलाएं इस आयोजन में शामिल हुईं।
कार्यक्रम की शुरुआत और जनसमर्थन
कार्यक्रम की शुरुआत महाराष्ट्र गीत ‘जय जय महाराष्ट्र माझा’ के साथ हुई। स्कूली छात्र-छात्राओं ने लेझिम की ताल पर वाद्य यंत्र बजाते हुए पालखी यात्रा निकाली, जिसमें विधायक स्नेहा दुबे पंडित ने स्वयं कंधा देकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर
विधायक स्नेहा दुबे पंडित ने इस अवसर पर महिलाओं के सशक्तिकरण, सम्मान और रोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में काम करने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने हळदी और कुंकू की पारंपरिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हळदी स्वास्थ्य का प्रतीक है और कुंकू स्त्री के शौर्य का।” उन्होंने विधवा महिलाओं को समान सम्मान देने की आवश्यकता पर बल दिया।
मराठी भाषा और संत परंपरा का सम्मान
मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा मिलने का उत्सव मनाने के लिए ज्ञानेश्वरी ग्रंथ की पालखी यात्रा निकाली गई। संत परंपरा के सम्मान में आयोजित इस दिंडी में सेंट ल्यूक विद्यालय और महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इसके अलावा, मेहंदी और नेल आर्ट प्रदर्शन में छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया।
पर्यावरण संरक्षण पर मार्गदर्शन
मुख्य अतिथि, ध्यास फाउंडेशन की संस्थापक सौ. कीर्ति रावळगावकर शेंडे ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए महिलाओं को इसके प्रति जागरूक और सक्रिय बनने की प्रेरणा दी।
महिला नेतृत्व की उपस्थिति
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष आम्रपाली साळवे, श्रमजीवी संगठन की सचिव रेखा धांगडे और अन्य प्रमुख महिला पदाधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। विधायक की सासु मीना दुबे समेत कई अन्य प्रमुख महिलाएं भी कार्यक्रम में शामिल हुईं।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस आयोजन का उद्देश्य परंपरा और आधुनिकता के संगम को बढ़ावा देना, महिलाओं के सशक्तिकरण को प्रेरित करना और मराठी भाषा एवं संत परंपरा के गौरव को नई पीढ़ी तक पहुंचाना था।
विधायक का धन्यवाद संदेश
विधायक सौ. स्नेहा दुबे पंडित ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी महिलाओं का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में एकता, सांस्कृतिक समृद्धि और महिलाओं की भूमिका को प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण जरिया हैं।
इस कार्यक्रम ने परंपरा, भाषा और पर्यावरण के संदेश को एक साथ लाकर समाज में सकारात्मक बदलाव का संदेश दिया।
Ravi Bhushan का वसई-विरार के नेताओं पर बड़ा आरोप, अवैध गतिविधियों पर जताई चिंता