उत्तर प्रदेश

Azamgarh : घटिया मैटेरियल से हो रहा है सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण, अधिकारियों पर भ्र्ष्टाचार का आरोप

मेहनगर : आजमगढ़ (Azamgarh) के गहुनी, मेहनगर क्षेत्र में प्रधान निधि से बनाये जा रहे सार्वजानिक शौचालयों में घटिया किस्म की सामग्री के इस्तेमाल का मामला सामने आया है. जिसको लेकर लोगों में रोष व्याप्त है।

उमेश पांडेय / आजमगढ़

ज्ञात हो कि गहुनी क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य काफी आरसे से लंबित था, काफी प्रतीक्षा के बाद यह कार्य एक बार फिर से शुरू किया गया है , लेकिन बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि इस सार्वजनिक कार्य में घटिया किस्म के सामानों का प्रयोग करके आवंटित निधि का बंदरबांट किया जा रहा है. प्रधान निधि से बनाये जा रहे इस निर्माण में संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली संदेह के घेरे मे है.

गहुनी गाँव के निवासी आनंद राय का इस पूरे मामले में कहना है कि जहां पर ब्लॉक है वहां का गांव आज भी सरकारी योजनाओं से वंचित है. मसलन 10 वर्ष पहले बनाया गया पंचायत भवन इसी तरह के भ्र्ष्टाचार का शिकार होकर धराशायी हो गया, जिसकी शिकायत जिले के डीएम, सीडीओ, एसडीएम सहित ब्लॉक के अधिकारियों से की गयी है पर इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पायी है.

मतलब साफ़ है कि इस पूरे प्रकरण में कई अधिकारियों की भूमिका और संलिप्तता  साफ़ नजर आ रही है. यहाँ दीगर बात यह है कि ऐसी शिकायतों को लेकर जांच प्रक्रिया में जांच अधिकारी भी वही बनाये जाते हैं जिन पर ऐसी धांधली का आरोप है. अगर ऐसा होता रहा तो सीधी सी बात सामने आती है कि  ऐसे मामलों में स्वविवेक से काम ना लेकर प्रायोजित तरीके से जांच प्रक्रिया को प्रभावित कर रोपियों को बचने का कार्य करते नजर आ रहे हैं।

फ़िलहाल वर्तमान में हो रहे सार्वजानिक शौचालयों के निर्माणों में हो रही धांधली की जांच की मांग उठ रही है, ग्रामीणों का कहना है कि उपयोग किये जा रहे घटिया किस्म के मैटेरियल वाले कार्य को तत्काल प्रभाव से रोक कर , मामले की जांच की जानी चाहिए। इस मामले में पत्रकारों ने उपरोक्त विषय पर अनुमानित और प्रस्तावित बजट की जानकारी चाही तो अधिकारी और कमर्चारी जानकारी देने को लेकर कतराने लगे।

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