मुंबई : संत गोन्सालो गार्सिया महाविद्यालय वसई के हिंदी विभाग अध्यक्ष डॉ.रामदास नारायण तोंडे को महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी (Hindi Sahitya Academy Award 2024) का काका कालेलकर रजत पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
यह पुरस्कार उन्हें उनकी बहुचर्चित आत्मकथा कृति ‘सफर में धूप तो होगी’ के लिए मिला है। जीवनी परक साहित्य विधा के अंतर्गत यह पुरस्कार दिया जाता है।
महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी वर्ष २०२३-२४ के पुरस्कार प्रदान समारोह का आयोजन सोमवार दिनांक ११ मार्च ,२०२४ को चर्चगेट,मुंबई में किया गया था।इस शानदार समारोह में डॉ.रामदास तोंडे को अकादमी के कार्याध्यक्ष्य डॉ.शीतला प्रसाद दुबे एवं सम्माननीय सदस्यों के हाथों से पुरस्कार प्रदान किया गया।
इस विषेश उपलब्धि के लिए महाविद्यालय के चेयरमैन और वसई धर्मप्रांत के आर्चबिशप डॉ.फेलिक्स मच्याडो,मैनेजर फादर जॉन फर्गोस, प्रशासक फादर राजेश लोपिज,विषेश कार्य अधिकारी श्री.रिचर्ड वाझ, फादर डॉ.सोलोमन रॉड्रिग्स, प्राचार्य डॉ. सोमनाथ विभुते, उप-प्राचार्य प्रा.सरिथा कुरियन, रजिस्ट्रार श्रीमती विमला रिबेलो एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक, प्राध्यापकेतर कर्मचारी, छात्रों, हिंदी जगत के विद्वानों ने उन्हें हार्दिक बधाईयां दी हैं.