Home ताजा खबरें Mira-Bhayandar: भाईंदर स्मशानभूमि की चिमनी बंद, क्षेत्र में प्रदूषण फैलने से नागरिकों में नाराज़गी
ताजा खबरेंमहाराष्ट्रमीरा-भायंदर - Mira-Bhayandar News

Mira-Bhayandar: भाईंदर स्मशानभूमि की चिमनी बंद, क्षेत्र में प्रदूषण फैलने से नागरिकों में नाराज़गी

Mira-Bhayandar: भाईंदर पश्चिम की महापालिका स्मशानभूमि में हाल ही में लगाई गई चिमनी बंद पड़ी है, जिससे अंतिम संस्कार के दौरान निकलने वाला धुआं सीधे रिहायशी इलाकों में फैलकर प्रदूषण फैला रहा है। नागरिकों ने महापालिका की लापरवाही पर नाराज़गी जताई है और जल्द कार्रवाई की मांग की है।

भाईंदर स्मशानभूमि की चिमनी बंद, क्षेत्र में प्रदूषण फैलने से नागरिकों में नाराज़गी

भाईंदर, मुंबई उपनगर: भाईंदर पश्चिम स्थित महापालिका की हिंदू स्मशानभूमि में हाल ही में स्थापित की गई आधुनिक चिमनी पिछले कई दिनों से बंद पड़ी है। इस कारण अंतिम संस्कार के दौरान निकलने वाला धुआं आसपास के रिहायशी इलाकों में फैल रहा है, जिससे नागरिकों को सांस लेने में दिक्कत और प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है।

यह स्मशानभूमि आंबेडकर नगर झोपड़पट्टी के पास स्थित है और घनी आबादी वाले क्षेत्र में होने के कारण यहां अंतिम संस्कारों की संख्या अधिक रहती है। इसी को ध्यान में रखते हुए महापालिका ने करोड़ों रुपए खर्च कर यहां एक साथ चार अंतिम संस्कार की सुविधा और एक बड़ी चिमनी की व्यवस्था की थी, ताकि धुएं को नियंत्रित किया जा सके।

लेकिन अब चिमनी के बंद हो जाने से अंतिम संस्कार के समय उठने वाला धुआं सीधे वातावरण में फैल रहा है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि धुएं की मात्रा इतनी अधिक हो गई है कि पास के इलाकों में रहना मुश्किल हो रहा है।

प्रदूषण को लेकर राज्य सरकार ने पहले ही महापालिका को दिशा-निर्देश जारी किए थे और कुछ उपाय योजनाएं भी शुरू की गई थीं। लेकिन उनकी नियमित देखरेख न होने से स्थिति फिर बिगड़ती जा रही है। नागरिकों ने आरोप लगाया है कि महापालिका की ओर से नियुक्त निजी ठेकेदार इस चिमनी की समय पर देखभाल नहीं कर रहे हैं।

🛠 रखरखाव और मरम्मत में लापरवाही

महापालिका के सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अनुसार, “शहर की स्मशानभूमियों की चिमनियां सामान्यतः चालू स्थिति में रहती हैं। यदि कहीं कोई चिमनी बंद है, तो उसकी जांच कर तुरंत मरम्मत की जाएगी।”

हालांकि, यह भी सामने आया है कि स्मशानभूमि की देखरेख और साफ-सफाई के लिए ठेकेदारों को लाखों रुपए दिए जाते हैं, लेकिन वे अपनी जिम्मेदारियां पूरी नहीं निभा रहे। हाल ही में स्मशानभूमि परिसर में कचरे का जमाव भी उजागर हुआ था, जिससे पहले ही नागरिकों में नाराज़गी थी। अब चिमनी बंद होने से प्रदूषण और परेशानी और अधिक बढ़ गई है।

📢 स्थानीय मांग

स्थानीय रहवासियों ने महापालिका से मांग की है कि चिमनी को तुरंत दुरुस्त किया जाए, और ठेकेदारों पर कार्रवाई हो। साथ ही स्मशानभूमि की नियमित निगरानी और स्वच्छता बनाए रखने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं।

Recent Posts

Related Articles

Share to...