Home ताजा खबरें नागपुर में देश की पहली AI-सक्षम आंगनवाड़ी शुरू, बच्चों को मिलेगी स्मार्ट शिक्षा
ताजा खबरेंमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

नागपुर में देश की पहली AI-सक्षम आंगनवाड़ी शुरू, बच्चों को मिलेगी स्मार्ट शिक्षा

AI सक्षम आंगनवाड़ी नागपुर में शुरू
AI सक्षम आंगनवाड़ी नागपुर में शुरू

‘मिशन बाल भरारी’ के तहत नागपुर में देश की पहली AI (आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस) -सक्षम आंगनवाड़ी की शुरुआत की गई है। इसमें बच्चों को VR (वर्चुअल रियालिटी) हेडसेट और स्मार्ट डैशबोर्ड जैसी तकनीकों से पढ़ाया जाएगा। इस पहल से शिक्षा में उत्साह और जिज्ञासा का नया अध्याय शुरू हो रहा है।

नागपुर, 6 अगस्त: नागपुर जिले में अब बच्चों की पढ़ाई सिर्फ कागज़ और पेंसिल तक सीमित नहीं रहेगी। यहां शुरू हुई है देश की पहली AI-सक्षम आंगनवाड़ी, जिसमें बच्चे अब वीआर हेडसेट, इंटरएक्टिव डिजिटल कंटेंट और स्मार्ट डैशबोर्ड के ज़रिए पढ़ाई करेंगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस खास पहल का शुभारंभ किया, जिसे ‘मिशन बाल भरारी’ नाम दिया गया है। इस ऐतिहासिक मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक समीर मेघे और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।

  • बच्चों की पढ़ाई में आएगा मज़ा, न कि बोझ

AI आंगनवाड़ी की पहली इकाई वडधामना (हिंगना तहसील) में शुरू की गई है। इसका नाम है रानी दुर्गावती आंगनवाड़ी, जो अब एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में देशभर के लिए उदाहरण बन गई है। यहां बच्चों को अब कविताएं, गीत और पाठ्यक्रम डिजिटल तरीके से सिखाया जाएगा। खास बात यह है कि ऐसी टेक्नोलॉजी आज की तारीख में कई प्राइवेट स्कूलों में भी नहीं है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी इन नए उपकरणों का उपयोग सिखाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।

गणेशोत्सव 2025: इस बार नहीं मिलेगी ‘आनंदाचा शिधा’ किट, लाडकी बहिन योजना बनी वजह

  • मिशन बाल भरारी: 40 और AI आंगनवाड़ी का रोडमैप तैयार

इस स्मार्ट शिक्षा पहल को लेकर ज़िला परिषद नागपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनायक महामुनि ने बताया कि जल्द ही जिले में 40 और AI आंगनवाड़ी शुरू की जाएंगी। मिशन का उद्देश्य है शहरी और ग्रामीण शिक्षा के बीच की खाई को मिटाना, ताकि हर बच्चा तकनीकी और आनंददायक तरीके से सीख सके। उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैलाश घोडके ने कहा कि यह बदलाव बच्चों में उत्साह, खुशी और जिज्ञासा जगाएगा।

  • जिल्हा परिषद् स्कूलों में सुरक्षा पर उठे सवाल

जहां एक ओर AI आंगनवाड़ी से शिक्षा में क्रांति लाई जा रही है, वहीं दूसरी ओर जिले के कई ग्रामीण जिल्हा परिषद् स्कूलों में सुरक्षा दीवारों की कमी गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। छात्रों की सुरक्षा के लिए दीवारों का निर्माण जरूरी है, ताकि बच्चों को सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण मिल सके। स्थानीय ग्रामीणों और स्कूल प्रशासन ने सरकार से इस दिशा में तत्काल कदम उठाने की मांग की है।

Thane News: ठाणे RTO ने पांच वर्षों में 7,000 ड्राइविंग लाइसेंस किए निलंबित, ट्रैफिक नियम उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई

 

Related Articles

कौशल विभाग में स्वदेशी कंपनियों की नियुक्ति
ताजा खबरेंदेशमुख्य समाचारमुंबई - Mumbai News

कौशल विभाग में अब केवल स्वदेशी कंपनियों को मिलेगा अनुसंधान और परामर्श का अवसर

कौशल विभाग ने स्वदेशी कंसल्टेंसी कंपनियों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया।...

Share to...