मुंबई, 1 जुलाई 2025: प्रसिद्ध प्रभादेवी स्थित श्री सिद्धिविनायक मंदिर अब और भी सुंदर, सुव्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए अनुकूल रूप में नजर आएगा। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए ₹100 करोड़ की तीन-चरणीय योजना घोषित की है।
इस योजना का उद्देश्य मंदिर में प्रतिदिन आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को बेहतर सुरक्षा, सुविधाएं और आध्यात्मिक वातावरण प्रदान करना है। इस प्रोजेक्ट को बीएमसी के G-North और G-South वार्ड मिलकर संभालेंगे, जो दादर, महिम, वर्ली, लोअर परेल और धारावी जैसे इलाकों को कवर करते हैं।
🔹 पहला चरण: पार्किंग, गेट और फर्श
योजना के पहले चरण में भूमिगत दो पार्किंग स्थल विकसित किए जाएंगे, ताकि सड़क किनारे की अवैध पार्किंग की समस्या खत्म हो। मंदिर का मुख्य प्रवेशद्वार “सिद्धि गेट” भव्य संगमरमर की नक्काशी और छत्र सहित नए डिज़ाइन में पुनर्निर्मित किया जाएगा। साथ ही मंदिर परिसर की फर्श को भी बदलने की योजना है।
🔹 दूसरा चरण: सुरक्षा और सुविधा केंद्र
श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और दर्शन को सुगम बनाने के लिए एक नया सुविधा केंद्र बनाया जाएगा। इसके अलावा “ऋद्धि गेट” नामक एक दूसरा प्रवेशद्वार काकासाहेब गाडगिल मार्ग की ओर बनाया जाएगा। सिद्धि और ऋद्धि द्वार भगवान गणेश की समृद्धि और आध्यात्मिकता के प्रतीक होंगे।
🔹 तीसरा चरण: हरियाली और अनुभव
इस चरण में मंदिर के चारों ओर के क्षेत्र को हरित, स्वच्छ और दर्शनीय बनाया जाएगा। बैठने की सुविधा, उच्च गुणवत्ता वाली लाइटिंग और सुंदर फुटपाथों का नवीनीकरण किया जाएगा।
🔹 मेट्रो की मंजूरी पर निर्भर शुरुआत
इस परियोजना की शुरुआत मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (MMRC) की अनुमति मिलने के बाद ही होगी, क्योंकि भूमिगत पार्किंग मेट्रो रूट को छूती है। बीएमसी ने एमएमआरसी की आपत्तियों के अनुसार योजना में बदलाव किया है और 15-20 दिनों में अंतिम मंजूरी की उम्मीद है।
🔹 12 महीनों में प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य
मंजूरी मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी और BMC इस पूरी योजना को 12 महीने में पूरा करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
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