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वसई-विरार में आदिवासी विकास की समीक्षा बैठक आयोजित, वनहक्क दावों और बांबू खेती पर हुआ जोर

वसई विरार आदिवासी विकास समीक्षा बैठक
वसई विरार आदिवासी विकास समीक्षा बैठक

वसई-विरार में आदिवासी विकास समिति की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक में लंबित वनहक्क दावों, अमृत आहार 2.0, महिलाओं और आदिवासी समुदाय के विकास से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश भी दिए गए।

वसई, 6 अगस्त: वसई-विरार महानगरपालिका मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण राज्यस्तरीय आदिवासी विकास समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता विवेक पंडित (मंत्री दर्जा प्राप्त) ने की। बैठक में लंबित वनहक्क दावों पर विस्तार से चर्चा हुई और अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि इन दावों को तेज़ गति से निपटाया जाए ताकि आदिवासी समुदाय को उनके अधिकार जल्द मिल सकें।

🎋 पर्यावरण के लिए फायदेमंद बांबू खेती को मिलेगा बढ़ावा

बैठक में बांबू की खेती को लेकर भी विशेष चर्चा हुई। पंडित ने कहा कि यह खेती न सिर्फ पर्यावरण की दृष्टि से लाभदायक है, बल्कि आदिवासी लोगों के लिए आर्थिक रूप से भी फायदेमंद हो सकती है। उन्होंने निर्देश दिए कि जरूरी योजनाएं बनाकर तुरंत इस दिशा में काम शुरू किया जाए ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण बांबू उत्पादन से जुड़ सकें।

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👩‍🦱 महिलाओं और आदिवासी समुदाय के लिए चल रही योजनाओं की समीक्षा

महानगरपालिका द्वारा महिलाओं और आदिवासी समुदाय के लिए चल रही योजनाओं जैसे अमृत आहार 2.0 का भी आकलन किया गया। बैठक में चर्चा हुई कि किन योजनाओं से वास्तव में जमीनी स्तर पर लाभ मिल रहा है और किनमें सुधार की जरूरत है। साथ ही अधिकारियों ने आदिवासी इलाकों में किए गए विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी दी।

🚰 बुनियादी सुविधाओं की समस्याएं और समाधान के निर्देश

बैठक में पेयजल, बिजली और सड़क जैसी बुनियादी समस्याएं भी उठाई गईं, खासकर आदिवासी पाड़ों के संदर्भ में। आयुक्त मनोजकुमार सूर्यवंशी ने इन समस्याओं के शीघ्र समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं जल्द से जल्द पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता है।

यह बैठक आदिवासी समुदाय के उत्थान और उनके अधिकारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इससे क्षेत्रीय विकास को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है।

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