पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार एमबीवीवी पुलिस आयुक्तालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नए साल की पार्टियों में नशे के सामानों की आपूर्ति की संभावनाओं को देखते हुए एंटी नारकोटिक्स सेल को ऐसे लोगों पर सख्त कारवाई के निर्देश प्राप्त हुए। जिस पर कार्य करते हुए बीते 29 दिसंबर को एंटी नारकोटिक्स सेल के प्रभारी पुलिस निरीक्षक अमर मराठे के नेतृत्व में उनकी टीम ने वसई, विरार, नालासोपारा शहर के विभिन्न इलाकों में गश्त करनी शुरू की। इसी क्रम में एएनसी की टीम तुलिंज, मोरेगांव, प्रगतिनगर , ९० फीट रोड इत्यादि इलाकों में गश्त के दौरान नालासोपारा पूर्व के प्रगतिनगर इलाके में बसेरा बिल्डिंग, हाईटेंशन रोड की ओर आ रही थी।
इसी दौरान शिवकृपा नामक बिल्डिंग के पास दो नाइजीरियन व्यक्ति जिसमें एक के कंधे पर बोरी लटकी हुई थी और दूसरे के कंधे पर क्रॉस में एक बोरी लटकी हुई दिखाई दी।
गश्त कर रही एएनसी की टीम को उनकी गतिविधियां संदिग्ध नजर आई जिसके बाद उन्हें रोककर उनसे आवश्यक पूछताछ की जाने लगी, संतोषजनक जवाब ना दे पाने पर उनकी तलाशी में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी।
नालासोपारा के रहने वाले ये दोनों निजीरियन दरअसल ड्रग्स की एक बड़ी खेप सप्लाई के लिए लेकर जा रहे थे।उनके पास से मौके पर लगभग ५५५ ग्राम मेफेड्रोन, १२० ग्राम कोकेन नामक मादक पदार्थ बरामद हुआ, जिसकी कीमत का आंकलन करते हुए पुलिस ने बताया कि बरामद ड्रग्स की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में १ करोड़ ४७ लाख है।
पकड़े गए नालासोपारा निवासी दोनों आरोपी दिवाईन चुकवूमेका और उसका सहयोगी चिकवु फ्रेडिंनंद ओकीतो नवमारी के खिलाफ तुलिंज पुलिस स्टेशन में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।
यह कार्रवाई क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे व एसीपी मदन बल्लाल के मार्गदर्शन एंटी नारकोटिक्स सेल के पुलिस निरीक्षक अमर मराठे के नेतृत्व पो. हवा. प्रदिप टक्के, महेश पागधरे सुनिल कुडवे, अजय सपकाल,सुभाष आव्हाड व पो.अं.अजय यादव ने किया है।