शोषण का पोषण कर रहे मनपा अधिकारी ?
वसई : मुंबई गुजरात हाईवे के वसई पूर्व हिस्से में आने वाले चिंचोटी नाका पर एक कार ड्राइवर से हफ्ता वसूली कर रहे महानगर पालिका के कथित मार्शलों (Marshal) पर नायगांव पुलिस स्टेशन में हफ्ता वसूली का मामला दर्ज हुआ है।जिसमें पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 9 फरवरी को दोपहर लगभग डेढ़ बजे पीड़ित कार चालक वसई के चिंचोटी नाका पर अपनी कैब खड़ी कर गाड़ी के अंदर ही आराम कर रहा था। इस दौरान वह शराब की एक बोतल से दूसरी बोतल में शराब उड़ेल रहा था। तभी सिविल ड्रेस में दो लोग वहां पहुंचते हैं और उसकी इस क्रियाविधि को मोबाइल में रिकार्ड कर लेते हैं। वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद उन्होंने महानगरपालिका का पहचानपत्र दिखाया और कैब की चाभी निकलते हुए बोले कि, ”अभी साहब गाड़ी लेकर आ रहे हैं और फिर कार्रवाई करेंगे और गाड़ी तुम्हें कोर्ट से छुड़ानी पड़ेगी, अगर कार्रवाई नहीं करवानी है तो तत्काल 5 हजार रुपए हमें दे दो।”
इस बहसबाजी को सुनकर वहां आस-पास तमाशबीनों की भीड़ लग जाती है फिर किसी ने मामले की सूचना नायगांव पुलिस को दे दी। सूचना पाकर पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंच कर दोनों पक्षों को नायगांव पुलिस स्टेशन लाती है और फिर मामले की नए सिरे से जांच की जाती है। इस मामले में ड्राइवर के आरोपों में सत्यता पाए जाने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में नायगांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश भामे ने हफ्ता वसूली का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।
मामले में पुलिस ने दो लोगों, सुनील पंचम यादव, उम्र 46 वर्ष, कुरार विलेज, मलाड पूर्व और समीर तौयक खान, उम्र 33 वर्ष, शुक्रवार वाड़ी, बोरीवली पूर्व के ऊपर आईपीसी की धारा 385, 34 के तहत मामला दर्ज कर आगे की विवेचना के लिए जांच अधिकारी प्रकाश कदम को नियुक्त किया गया है।
आपको बता दें कि वसई विरार में बीते कई महीनों से अलग-अलग जगहों से मनपा के मार्शलों के नाम पर शहर के व्यापारियों से तगड़ी वसूली की खबरें सामने आ रही हैं जिससे संबंधित कई खबरें मेट्रो सिटी समाचार द्वारा प्रकाशित और प्रसारित की जा चुकी हैं।
इस मामले में संबंधित विभाग के महानगरपालिका अधिकारियों को भी संबंधित शिकायतों की वास्तु स्थिति और घटना संबंधित प्रमाण भी समय समय पर उपलब्ध करवाए जाते रहे हैं बावजूद इसके इन मार्शलों की जुबान पर सैयां भए कोतवाल तो अब डर काहे का..वाला गाना तैर रहा है। मामलों के प्रमाण देने के बाद भी अगर घनकचरा विभाग ऐसी गंभीर अनियमितताओं की अनदेखी करता है और उचित दंडात्मक कार्रवाई नहीं करता तो फिर जनता के शोषण को पोषण देने में परोक्ष रूप से विभागीय अधिकारियों की भूमिका और उनकी संलिप्तता में कोई संदेह नहीं रह जाता।
अब वक्त आ गया है कि महानगरपालिका आयुक्त इस मामले में संज्ञान लेकर जिम्मेदार अधिकारियों पर जांच बिठाए और संलिप्तता सिद्ध होते ही उन पर आवश्यक विभागीय कार्रवाई करें.
Vasai Alert ! वसई विरार की को.ओ. हाउसिंग सोसाइटी में धांधली और भ्रष्टाचार !