Vasai Virar News : वसई विरार में हो रहे घटनाक्रम, समस्याएं, विकास और सामाज की आज की सभी बड़ी खबरें
बेटे की मौत के ग़म में पिता को पड़ा दिल का दौरा, उजड़ गया संसार
वसई: एक दिल दहला देने वाली घटना में वसई विरार महानगरपालिका (वीवीएमसी) के हाउस टैक्स विभाग में उप मुख्य लेखा परीक्षक विनायक फासे (46) का निधन हो गया है। उनके बेटे सिद्धार्थ की कुछ दिन पहले ही समुद्र में डूबने से मौत हो गई थी। बेटे की मौत का सदमा सहन नहीं कर पाने के कारण विनायक फासे को दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी मौत हो गई।
बेटे की मौत का गहरा सदमा:
विनायक फासे के बेटे सिद्धार्थ को मुंबई के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन मिला था। इस खुशी में पूरा परिवार रत्नागिरी घूमने गया था। लेकिन इस यात्रा के दौरान ही एक हादसे में सिद्धार्थ की मौत हो गई। वह समुद्र में डूब गए थे। बेटे की मौत के बाद से ही विनायक फासे सदमे में थे।
पिता की मौत से परिवार में कोहराम:
बेटे की मौत का सदमा सहन नहीं कर पाने वाले विनायक फासे का भी निधन हो गया। उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई है। विनायक फासे के परिवार में अब उनकी पत्नी और आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक बेटी बची है।
विनायक फासे का प्रोफाइल:
विनायक फासे वीवीएमसी के हाउस टैक्स विभाग में उप मुख्य लेखा परीक्षक के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने पिछले साल ही इस पदभार को संभाला था।
यह घटना पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा रही है। लोग परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
वसई में नकली पुलिस ने प्रेमी जोड़ों को बनाया शिकार
वसई: वसई रेलवे स्टेशन के पास स्थित स्कायवॉक पर एक व्यक्ति प्रेमी जोड़ों को धमकाकर उनसे पैसे ऐंठ रहा था। माणिकपुर पुलिस ने इस मामले में आरोपी राहुल मोरे (40) को गिरफ्तार किया है।
आरोपी राहुल मोरे खुद को पुलिस अधिकारी बताकर प्रेमी जोड़ों को धमकाता था और उनसे पैसे मांगता था। उसने एक जोड़े से साढ़े तीन लाख रुपये ऐंठे थे। मोरे वसई-विरार महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग में लिपिक था, लेकिन अनुशासनहीनता के कारण उसे निलंबित कर दिया गया था।
क्या है पूरा मामला?
वसई स्टेशन के पास स्थित स्कायवॉक अक्सर प्रेमी जोड़ों का अड्डा होता है। राहुल मोरे इस बात का फायदा उठाता था। वह खुद को पुलिस अधिकारी बताकर प्रेमी जोड़ों को धमकाता था कि अगर उन्होंने उसे पैसे नहीं दिए तो वह उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कर देगा।
एक विरार निवासी 48 वर्षीय व्यक्ति अपनी प्रेमिका के साथ स्कायवॉक पर आया था। राहुल मोरे ने उसे रोककर धमकाया और उससे 50 हजार रुपये ऐंठ लिए। इसके बाद वह लगातार उससे पैसे मांगता रहा और दो महीने में उससे 3 लाख 60 हजार रुपये ले लिए।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
पीड़ित व्यक्ति आरोपी से इतना डर गया था कि वह उसे पैसे देता रहा। एक दिन आरोपी ने पीड़ित को फोन किया, लेकिन फोन पीड़ित की पत्नी ने उठा लिया। जब पीड़ित की पत्नी ने आरोपी का नंबर अपने फोन में डाला तो ट्रूकॉलर पर राहुल मोरे का नाम दिखा। उन्हें शक हुआ क्योंकि आरोपी ने खुद को पीएसआई जगताप बताया था। इस शक के आधार पर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और इस तरह पूरे मामले का खुलासा हो गया।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने राहुल मोरे के खिलाफ धोखाधड़ी, पहचान छिपाने और धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि राहुल मोरे के खिलाफ पहले भी फ्रॉड के मामले दर्ज हैं।
यह घटना क्यों है महत्वपूर्ण?
यह घटना लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी देती है। हमें हमेशा अजनबियों पर भरोसा नहीं करना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति हमें धमकाता है तो हमें तुरंत पुलिस में शिकायत करनी चाहिए।
मुख्य बिंदु:
- वसई में एक व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर प्रेमी जोड़ों को लूटा।
- आरोपी का नाम राहुल मोरे है।
- उसने एक जोड़े से साढ़े तीन लाख रुपये ऐंठे।
- पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
यह घटना लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी देती है। हमें हमेशा अजनबियों पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
नालासोपारा: 6 साल पुराने हत्याकांड का खुलासा, फरार आरोपी गिरफ्तार
नाला सोपारा: तुळींज क्राइम ब्रांच ने 6 साल पुराने एक हत्याकांड का खुलासा करते हुए फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस निरीक्षक अभिजीत मडके ने इस बात की पुष्टि की है।
3 मई, 2018 को मोरेगाव के मौर्या नगर स्थित नागरिक कॉलोनी में रहने वाले प्रवीण उर्फ सोनू साखरिया (22) की हत्या कर दी गई थी। उनका शव 90 फीट रोड के किनारे मिला था, जिस पर किसी नुकीले हथियार से सिर और चेहरे पर गंभीर चोट के निशान थे। तुळींज पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था।
जांच में पता चला कि भरत राय (25), आशीष कुलकर्णी (21), निशांत मिश्रा उर्फ मोनु रायडर (29) और प्रिंस सिंह उर्फ पोगो ने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया था। पुलिस ने भरत, आशीष और निशांत को तो गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन प्रिंस फरार हो गया था।
पिछले 6 साल से पुलिस प्रिंस की तलाश में जुटी थी। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने विरार, अंबरनाथ, उल्हासनगर, ठाणे और नवी मुंबई में व्यापक तलाशी अभियान चलाया था।
गुरुवार शाम को सहायक पुलिस उपनिरीक्षक शिवानंद सुतनासे को सूचना मिली कि प्रिंस विरार कातकरी पाडा में छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर तुळींज क्राइम ब्रांच की टीम ने दबिश देकर प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया।
इस कार्रवाई में शामिल पुलिस अधिकारी:
- पुलिस उपायुक्त पौर्णिमा चौगुले श्रींगी
- सहायक पुलिस आयुक्त उमेश माने-पाटील
- तुळींज के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शैलेंद्र नगरकर
- गुन्हे प्रकटीकरण शाखे के सपोनि सुनील पाटील
- सपोउनिरी शिवानंद सुतनासे
- पुलिस हवालदार आनंद मोरे, उमेश वरठा, राजेंद्र जाधव, अशपाक जमादार, पांडुरंग केंद्रे, इस्माईल छपरीबन, राहुल कदम, शशिकांत पोटे, बागुल, अमोल बर्डे
श्रद्धा वालकर हत्याकांड: न्याय के लिए लड़ाई जारी, वसई में बना चैरिटेबल ट्रस्ट
वसई: श्रद्धा वालकर हत्याकांड की दिल दहला देने वाली घटना को दो साल हो चुके हैं। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इस घटना को रोकने और देश की युवतियों को जागरूक करने के लिए श्रद्धा के पिता ने श्रद्धा वालकर चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की है। इस ट्रस्ट का उद्घाटन रविवार को वसई में किया गया।
श्रद्धा वालकर की हत्या 2022 में उसके प्रेमी आफताब पूनावाला ने की थी। आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े कर दिए थे। श्रद्धा के पिता विकास वालकर पिछले दो साल से इस मामले में न्याय के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने लड़कियों के हित में जागरूकता फैलाने के लिए यह ट्रस्ट बनाया है।
ट्रस्ट के उद्घाटन समारोह में पूर्व सांसद किरीट सोमय्या और श्रद्धा के वकील सीमा कुशवाहा मौजूद थीं। वकील सीमा कुशवाहा ने कहा कि यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में है, लेकिन अभी तक फैसला नहीं आया है। उन्होंने कहा कि इस देरी से श्रद्धा के परिवार को बहुत तकलीफ हो रही है।
ट्रस्ट के उद्देश्य:
- लड़कियों में जागरूकता फैलाना
- लड़कियों को कानूनी सहायता प्रदान करना
- इस तरह की घटनाओं को रोकना
यह मामला क्यों महत्वपूर्ण है:
- यह मामला महिलाओं के खिलाफ हिंसा के खिलाफ लड़ाई का प्रतीक है।
- यह मामला न्याय प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को उजागर करता है।
- यह मामला समाज में जागरूकता फैलाने में मदद करेगा।
विरार : मनवेलपाडा तालाब पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा लगाने के आदेश
वसई: पालकमंत्री रवींद्र चव्हाण ने विरार के मनवेलपाडा तालाब पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने के लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि कार्यकर्ताओं द्वारा मनवेलपाडा नाके पर लगाई गई डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा को हटाया न जाए और आंदोलनकारियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जाए।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- प्रतिमा स्थापना: पालकमंत्री ने विरार के मनवेलपाडा तालाब में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा लगाने का आदेश दिया है।
- कानूनी प्रक्रिया: प्रतिमा स्थापना के लिए सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी।
- आंदोलनकारियों के समर्थन में: पालकमंत्री ने मनवेलपाडा नाके पर लगाई गई डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा को हटाने का विरोध किया है और आंदोलनकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया है।
वसई-विरार में शुरू हुई इलेक्ट्रिक बस सेवा
वसई: वसई-विरार में इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू हो गई है। वसई-विरार शहर महानगरपालिका के आयुक्त अनिलकुमार पवार ने स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर इस सेवा का उद्घाटन किया था।
केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छ हवा गुणवत्ता कार्यक्रम के तहत वसई-विरार महानगरपालिका को 57 इलेक्ट्रिक बस खरीदने के लिए 81 करोड़ 79 लाख 50 हजार रुपये का अनुदान मिला था। इस राशि में से 57 करोड़ 40 लाख रुपये पालिका को प्राप्त हुए हैं। इस राशि से 40 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी गई हैं और 30 और बसें जल्द ही आने वाली हैं। अगले साल 17 और बसें खरीदी जाएंगी।
ये बसें एक बार चार्ज करने पर कम से कम 180 किलोमीटर चल सकती हैं और इनमें 31 यात्री बैठ सकते हैं। आयुक्त अनिलकुमार पवार का मानना है कि इन बसों से वायु प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
मुख्य बिंदु:
- वसई-विरार में इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू
- 57 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी गई हैं
- एक बार चार्ज करने पर 180 किलोमीटर चल सकती हैं
- वायु प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी
Vasai Virar TOP News Today : वसई विरार में रेप, हादसा, साजिश, बीमारी, पालघर में भूकंप