Ravi Bhushan का वसई-विरार के नेताओं पर बड़ा आरोप, अवैध गतिविधियों पर जताई चिंता
"ठेलानॉमिक्स," "मुर्गानॉमिक्स," और "गैरेजनॉमिक्स" पर सवाल
वसई-विरार के कांग्रेस महासचिव रवि भूषण (Ravi Bhushan) ने पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठाते हुए बयान दिया कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या के नाम पर केवल राजनीतिक लाभ उठाया गया है, जबकि धरातल पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर कई सुझाव दिए हैं।
रवि भूषण के सुझाव:
- किराए के घरों की तरह, ठेले वालों, सड़क पर दुकान लगाने वालों और फुटपाथ पर अतिक्रमण करके दुकान चलाने वालों का पुलिस वेरिफिकेशन किया जाए।
- हर ठेले और सड़क पर लगने वाली दुकानों पर वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट अनिवार्य किया जाए, जैसे मुंबई में ऑटो पर डिटेल्स लिखी होती हैं।
- पुलिस का गुप्त विभाग केवल पासपोर्ट वेरिफिकेशन तक सीमित न रहे। उनके पास हर दुकान का वेरिफिकेशन होना चाहिए, विशेष रूप से अवैध और अतिक्रमण करने वालों का।
- बिना पुलिस वेरिफिकेशन के दुकान और ठेले पर तुरंत कार्रवाई हो।
“ठेलानॉमिक्स,” “मुर्गानॉमिक्स,” और “गैरेजनॉमिक्स” पर सवाल: रवि भूषण ने वसई-विरार में ठेलानॉमिक्स, मुर्गानॉमिक्स और गैरेजनॉमिक्स की बढ़ती प्रवृत्ति पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हर गली में मुर्गा की दुकानें अवैध रूप से खुल रही हैं, जिससे जनता त्रस्त है। इसी तरह, गैरेज और फुटपाथ पर अतिक्रमण करने वाले व्यवसाय भी संदेह के घेरे में हैं।
वसई विरार में ये जो “ठेलानॉमिक्स” (ठेले से धन उगाही) चल रहा है इससे जनता त्रस्त है। आज कल “मुर्गानॉमिक्स” (मुर्गा बेचने की दुकाने) भी बड़ी भारी मात्रा में चल रहा है। हर गली में 5 मुर्गा की दुकान खुली है, हर 100 मीटर पर 10 मुर्गा की दुकान मिलेगी। ज्यादातर अवैध दुकानें है।
“गैरेजनॉमिक्स” भी संदेह के दायरे में – वसई विरार शहर की सड़कों का ज्यादातर हिस्सा अतिक्रमण की भेंट चढ़ा है उनमे अवैध गैरेजों का भी उतना ही योगदान है. ये “मुर्गानॉमिक्स” “ठेलानॉमिक्स” और “गैरेजनॉमिक्स” लगातार बढ़ रहा, इसे रोकने के क्या ठोस प्रयास किए जा रहे है? जनता अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस के भरोसे बैठी है।
पुलिस पर आरोप: उन्होंने (Ravi Bhushan) कहा कि पुलिस का गुप्त विभाग केवल पासपोर्ट वेरिफिकेशन और नौकरी के लिए एड्रेस वेरिफिकेशन तक सीमित है। अवैध दुकानों और अतिक्रमण के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने मांग की कि पुलिस विभाग को अपने कार्य का दायरा बढ़ाना चाहिए और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
रवि भूषण ने अपने बयान में यह भी आरोप लगाया कि पुलिस केवल सामान्य जनता पर दबाव बनाने में संतुष्ट है। उन्होंने प्रशासन से इन समस्याओं को गंभीरता से लेने और ठोस कदम उठाने की अपील की।