Heavy Rain Alert in Maharashtra : अगले 4 दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट, आईएमडी ने जारी की चेतावनी!
रायगढ़, पुणे, रत्नागिरी समेत कई जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट, घर से निकलने से पहले ज़रूर पढ़ें ये (Rain Alert) रिपोर्ट

मौसम का मिज़ाज बदला, महाराष्ट्र में मानसून का ज़ोर
महाराष्ट्र में मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है और इसके साथ ही भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के विभिन्न जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अगले चार दिनों तक मुंबई, पुणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर और विदर्भ के हिस्सों में मूसलधार बारिश (Rain Alert) का अनुमान है।
आईएमडी की भविष्यवाणी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के कारण बारिश की तीव्रता और तेज़ होगी। इसका प्रभाव पश्चिमी तट के साथ-साथ मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ में भी देखा जाएगा।
अलर्ट ज़ोन: किन जिलों में खतरे की सबसे अधिक आशंका?
IMD द्वारा निम्नानुसार विभिन्न अलर्ट लेवल जारी किए गए हैं:

रेड अलर्ट (बहुत भारी वर्षा की संभावना):
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रत्नागिरी
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सिंधुदुर्ग
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कोल्हापुर
ऑरेंज अलर्ट (भारी वर्षा की चेतावनी):
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रायगढ़
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पुणे
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सतारा
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परभणी
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बीड
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हिंगोली
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नांदेड़
येलो अलर्ट (हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना):
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मुंबई
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ठाणे
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धुले
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नंदुरबार
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जलगांव
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नासिक
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अहिल्यानगर
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सांगली
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सोलापुर
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लातूर
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धाराशिव
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अकोला
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अमरावती
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भंडारा
मुंबई में समय से पहले पहुंचा मानसून, पहले ही दिन मचाई तबाही
आईएमडी के अनुसार, इस बार मानसून ने मुंबई में समय से पहले प्रवेश किया, जिससे बीते सोमवार को ही ज़बरदस्त बारिश देखने को मिली। मुंबईकरों के लिए यह बारिश 69 वर्षों में सबसे जल्दी मानसूनी आगमन साबित हुआ। पहले ही दिन ट्रैफिक जाम, जलभराव और लोकल ट्रेनों की रफ्तार पर असर पड़ा।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों को वॉटरलॉगिंग ज़ोन से दूर रहने और आवश्यक सावधानियाँ बरतने का निर्देश दिया है।

बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र: क्या है इसका असर?
भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटों के भीतर बंगाल की खाड़ी में एक लो-प्रेशर ज़ोन बनने की संभावना है। इससे निम्नलिखित प्रभाव देखने को मिल सकते हैं:
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हवा में नमी की मात्रा बढ़ेगी
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बादलों का बनना तेज़ होगा
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बारिश की तीव्रता और कवरेज बढ़ेगी
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महाराष्ट्र के कोंकण, मध्य भाग और विदर्भ के कुछ हिस्सों में अधिक वर्षा होगी
नागरिकों के लिए जरूरी सुझाव – अलर्ट में कैसे रहें सुरक्षित?
IMD और राज्य प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने का आग्रह किया है। खासकर जिन जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, वहाँ के लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए:
- घर से बाहर तभी निकलें जब अत्यंत आवश्यक हो
- मोबाइल में मौसम ऐप्स अपडेट रखें
- जलभराव वाले क्षेत्रों से बचें
- वाहन चलाते समय धीमी गति और ब्रेकिंग डिस्टेंस का ध्यान रखें
- यदि घर में पानी घुसने की संभावना है, तो जरूरी कागजात और सामान ऊपर रखें
- बिजली के उपकरणों को सूखी जगह पर रखें
- वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों की विशेष सुरक्षा करें
स्कूल, ऑफिस और परिवहन पर क्या असर पड़ सकता है?
(Rain Alert) मौसम की गंभीरता को देखते हुए कुछ जिलों में स्कूलों को पहले ही अलर्ट पर रखा गया है। यदि वर्षा की तीव्रता और बढ़ती है तो स्कूल और कॉलेज बंद रखने के निर्देश जारी किए जा सकते हैं।
लोकल ट्रेन, बस सेवाएं और हवाई उड़ानों पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है, खासकर मुंबई और पुणे में।
ग्रामीण इलाकों में खतरा अधिक, क्यों?
जहाँ एक ओर शहरी इलाके में जल निकासी की व्यवस्थाएँ मौजूद हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में अभी भी मानसून से पहले की तैयारियाँ अधूरी हैं। सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी और कोल्हापुर के कई गाँवों में:
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नदी किनारे बसे घरों पर बाढ़ का खतरा है
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सड़कें कच्ची होने से यातायात रुक सकता है
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बिजली गुल होने की आशंका अधिक रहती है
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी तालुका स्तर पर कंट्रोल रूम सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं।
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Palghar Rain Red Alert : भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी, सभी बांध ओवरफ्लो, नदियां उफान पर - Metro City Samachar
पिछले साल की तुलना में इस साल कैसी है स्थिति?
(Rain Alert) 2024 में मानसून जून के दूसरे सप्ताह में पहुंचा था, जबकि 2025 में यह 5 दिन पहले ही मुंबई और आसपास के इलाकों में पहुंच गया। पिछले वर्ष 13 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया था, जबकि इस वर्ष 17 से अधिक जिलों में विभिन्न स्तरों के अलर्ट दिए जा चुके हैं।