Mumbai News: मुंबई के चांदीवली स्थित संगर्ष नगर में कचरे का ढेर जमा होने और सफाई व्यवस्था ठप हो जाने के बाद BMC ने दो SHG ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। यह कार्रवाई लगातार लापरवाही और चेतावनी के बावजूद सुधार न होने पर की गई।
मुंबई, 11 जुलाई: मुंबई के चांदीवली इलाके के संगर्ष नगर में पिछले कुछ समय से साफ-सफाई की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी। यहां पर रोज़ाना सफाई न होने और कचरा न उठाए जाने के कारण जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए थे, जिससे स्थानीय निवासी बेहद परेशान थे। संगर्ष नगर में करीब 12,000 परिवार 240 इमारतों में रहते हैं और यह क्षेत्र संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (SGNP) से पुनर्वासित लोगों के लिए बसाया गया था। इसे बीएमसी ने “वर्टिकल स्लम” की श्रेणी में रखा है और यहां सफाई सेवाएं विशेष योजना ‘स्वच्छ मुंबई प्रबोधन अभियान’ (SMPA) के अंतर्गत दी जाती हैं।
तत्काल पांच स्व-सहायता समूह (SHG) ठेकेदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किए। इनसे सात दिनों में जवाब देने और काम में सुधार लाने को कहा गया। परंतु, एल वार्ड के सहायक आयुक्त धनाजी हर्लेकर के अनुसार, इनमें से दो ठेकेदारों ने कोई ठोस सुधार नहीं किया। उन्होंने न तो पर्याप्त सफाई कर्मचारी तैनात किए, न ही कचरा उठाने और नाला सफाई जैसे काम नियमित रूप से किए। बीएमसी ने इस गंभीर लापरवाही को देखते हुए दोनों ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट कर दिया।
इसके बाद बीएमसी ने कार्य में तत्परता दिखाते हुए प्रतीक्षा सूची में शामिल अन्य दो SHG ठेकेदारों को नियुक्त कर दिया है। इसके साथ ही, 20 जून से क्षेत्र में सफाईकर्मी सक्रिय दिखने लगे और बड़े पैमाने पर कचरा एवं मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया। हालांकि, स्थानीय निवासी अब भी इस बात को लेकर आशंकित हैं कि क्या यह सफाई व्यवस्था स्थायी होगी या फिर केवल अस्थायी कार्रवाई है। इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि बीएमसी नागरिक शिकायतों को गंभीरता से ले रही है, लेकिन स्वच्छता व्यवस्था की निरंतर निगरानी और पारदर्शिता भी बेहद ज़रूरी है।
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