Maharashtra FDA: महाराष्ट्र में दूध की जांच के लिए FDA अगस्त तक 50 पोर्टेबल स्कैनर तैनात करेगा, जो मौके पर मिलावट की जांच कर सकेंगे।
मुंबई, 2 अगस्त: महाराष्ट्र में अब दूध की गुणवत्ता और शुद्धता की जांच मौके पर ही की जा सकेगी। राज्य के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने एक नई पहल के तहत पोर्टेबल मिल्क स्कैनर तैनात करने का निर्णय लिया है। अगस्त 2025 तक 50 स्कैनर एजेंसी को मिलने की उम्मीद है।
🚚 वाहन में ले जाने योग्य स्कैनर
FDA आयुक्त राजेश नारवेकर के अनुसार, ये स्कैनर हल्के और पोर्टेबल हैं, जिन्हें वाहनों में आसानी से ले जाया जा सकता है। इनकी मदद से दूध की तुरंत और ऑन-स्पॉट जांच संभव होगी। इससे पहले दूध के नमूने लैब भेजे जाते थे, जिससे न सिर्फ समय लगता था बल्कि दूध खराब होने का जोखिम भी रहता था।
🚨 मिलावट रोकने के लिए एंट्री पॉइंट्स पर निगरानी
मुंबई और अन्य महानगरों के एंट्री पॉइंट्स पर स्कैनर तैनात किए जाएंगे, ताकि बाहर से आने वाले दूध के टैंकरों की मौके पर ही जांच हो सके। यह कदम दूध माफियाओं और मिलावटखोरों पर अंकुश लगाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
🔬 FDA की लैब को भी मिलेगा आधुनिक उपकरण
इसके अलावा, FDA दो अत्याधुनिक FTIR तकनीक आधारित मिल्कोस्कैन मशीनें भी खरीद रहा है। ये मशीनें उन्नत प्रयोगशाला परीक्षण की क्षमता रखती हैं और दूध में अति सूक्ष्म स्तर पर मिलावट की पहचान कर सकती हैं।
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