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सरकारी घर देने के नाम पर 1.57 करोड़ की ठगी, दो महिलाएं गिरफ्तार; एक और कारोबारी से 1.25 करोड़ की धोखाधड़ी

मुंबई में दो महिलाओं ने MMRDA आवास देने का झांसा देकर 16 लोगों से 1.57 करोड़ ठगे। वहीं नवी मुंबई में कारोबारी से 1.25 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया।

मुंबई, 6 जुलाई: भांडुप पुलिस ने दो महिलाओं लक्ष्मी किसन बांदे (55) और नीता अंकुश सारैकर (40) को सरकारी आवास पुनर्विकास योजना के नाम पर 16 लोगों से ₹1.57 करोड़ से अधिक की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। महिलाओं ने खुद को सरकारी योजना की एजेंट बताकर लोगों को लगभग ₹8 लाख में MMRDA के किफायती फ्लैट दिलाने का लालच दिया। उन्होंने पीड़ितों को कुर्ला और कांजुरमार्ग में फ्लैट दिखाकर भरोसा दिलाया कि उन्हें जल्द ही घर मिल जाएगा।

योजना को वास्तविक दिखाने के लिए पीड़ितों से स्टाम्प पेपर पर दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर कराए गए और फोटो भी लिए गए। कई पीड़ित – जिनमें घरेलू कामगार और दिहाड़ी मजदूर शामिल थे – ने ज़ेवर गिरवी रखे, निजी ऋण लिए और संपत्तियां बेच दीं। एक पीड़िता मीरा सुदंना कांबले ने अपने बेटों के लिए चार फ्लैट लेने के प्रयास में ₹39.5 लाख गंवा दिएजनवरी से नवंबर 2023 के बीच इन महिलाओं ने कुल ₹1,57,75,500 इकट्ठा किए।

आरोपियों ने पीड़ितों को चेक भी दिए लेकिन उन्हें भुनाने से मना किया। कुछ मामलों में तो पीड़ितों को पुलिस के सामने झूठ बोलने के लिए भी मजबूर किया गया। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कोई भी निजी व्यक्ति सरकारी आवास पुनर्विकास योजनाओं के लिए फंड इकट्ठा नहीं कर सकता। लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी योजना की पुष्टि केवल आधिकारिक स्रोतों से करें। महिलाओं पर धोखाधड़ी, विश्वासघात और आपराधिक साजिश के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों पर पहले से भी विभिन्न पुलिस थानों में केस दर्ज हैं।

  • समान मामला:

नवी मुंबई में एक 78 वर्षीय व्यवसायी से चार लोगों ने ₹1.25 करोड़ की ठगी की। आरोपियों ने दिसंबर 2023 से मार्च 2025 के बीच ₹100 करोड़ और ₹200 करोड़ के व्यापारिक ऋण दिलाने का झांसा दिया। उन्होंने फर्जी डिमांड ड्राफ्ट, चेक, नकली हस्ताक्षर और सीलें दिखाकर विश्वास जीत लिया। काफी भुगतान के बावजूद न तो कोई ऋण मिला और न ही अभी तक किसी की गिरफ्तारी हुई है। यह मामला भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(5) और 318(3) के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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