मुख्यमंत्री ने मुंबई में झुग्गी-मुक्त शहर का संकल्प दोहराते हुए कहा, अब समय है दशकों तक चलने वाले प्रोजेक्ट्स को छोड़कर तेज़ी से काम करने का। पुनर्विकास से मिलेंगे बेहतर घर, बेहतर ज़िंदगी।
मुंबई, 16 अगस्त: मुंबई में आयोजित ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह में मुख्यमंत्री ने झुग्गी-मुक्त मुंबई का सपना फिर से दोहराया, लेकिन इस बार कुछ अलग तेवर के साथ। उन्होंने साफ कहा कि अब समय है पुराने ढर्रे से हटकर तेज़ गति से पुनर्विकास की दिशा में काम करने का। “हमें ऐसे प्रोजेक्ट नहीं चाहिए जो दशकों तक खिंचते रहें, हमें ऐसे प्रोजेक्ट चाहिए जो एक साल में ज़मीन तैयार करें और अगले साल घर बनकर लोगों को मिल जाए,” मुख्यमंत्री ने कहा। उनके इस बयान ने न केवल उम्मीदें जगाईं, बल्कि यह भी साफ किया कि सरकार इस बार गंभीर है और नतीजे चाहती है। वर्षों से झुग्गियों में रहने वाले लाखों मुंबईकरों के लिए यह बयान राहत और बदलाव की उम्मीद लेकर आया है।
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बीडी चॉल पुनर्विकास बना मिसाल, 100 साल की झुग्गी अब 500 वर्ग फुट का घर
मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए बताया कि बीडी चॉल पुनर्विकास का पहला चरण पूरा हो चुका है और लोग नए घरों में रहने भी लगे हैं। “जो लोग पिछले 100 वर्षों से सिर्फ 161 वर्ग फुट में रह रहे थे, आज उन्हें 500 वर्ग फुट के पक्के और आधुनिक घर मिल रहे हैं,” उन्होंने गर्व से कहा। यह न केवल एशिया की सबसे बड़ी शहरी पुनर्विकास परियोजना है, बल्कि यह सरकार की नीयत और नीति दोनों का प्रमाण है। झुग्गीवासियों को गरिमा के साथ जीवन जीने का अधिकार मिलना चाहिए यह अब केवल नारा नहीं, एक ठोस योजना बनती जा रही है।
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नई तकनीक और नवाचार देंगे गति और मजबूती
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर यह भी बताया कि आज की आधुनिक तकनीक के चलते निर्माण क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। “आज ऐसी तकनीक मौजूद है जिससे 80 फ्लैट्स वाली इमारत सिर्फ 120 दिनों में तैयार की जा सकती है। हमें इस तकनीक का लाभ उठाकर पुनर्विकास के काम को और गति देनी चाहिए,” उन्होंने कहा। नई तकनीकों के साथ-साथ नवाचार (Innovation) को बढ़ावा देने की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने रियल एस्टेट उद्योग को एकजुट होकर काम करने की अपील की। उनका मानना है कि निजी और सरकारी सहभागिता (PPP मॉडल) ही इस सपने को साकार कर सकती है।
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केवल इमारत नहीं, जीवन का पुनर्निर्माण है लक्ष्य
कार्यक्रम में उपस्थित सभी रियल एस्टेट डेवलपर्स, क्रेडाई के नए-पुराने पदाधिकारी और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच यह संदेश साफ था कि झुग्गी पुनर्विकास केवल एक निर्माण परियोजना नहीं है यह लोगों के जीवन के स्तर को ऊपर उठाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “मुंबई जैसी महानगर को विश्वस्तरीय शहर बनाना है तो झुग्गियों को हटाकर गरिमापूर्ण और स्थायी जीवन देना ही होगा।” उन्होंने भरोसा जताया कि अगर सही नियोजन, नीयत और तकनीक का इस्तेमाल किया जाए, तो मुंबई को झुग्गी-मुक्त बनने में वर्षों नहीं, सिर्फ कुछ साल लग सकते हैं।