नायगांव–चिंचोटी–वसई, पालघर: मुंबई–अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-48) की बदहाल स्थिति और प्रशासन की निष्क्रियता ने स्थानीय ग्रामीणों में रोष भर दिया है। कई महीनों से यह मार्ग गहरे गड्ढों, लगातार जाम और अव्यवस्थित यातायात के कारण अत्यंत खतरनाक बना हुआ है। प्रतिदिन हादसे और यातायात अवरोध के चलते नागरिकों में भारी नाराज़गी है।
स्थानीय नागरिकों और संगठनों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा संबंधित विभागों को कई बार लिखित निवेदन भेजा, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस निष्क्रियता के कारण लोगों को रोज़ाना अपने जीवन को खतरे में डालकर इस मार्ग से गुजरना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने इस गंभीर स्थिति के विरोध में और समाधान न मिलने पर, अंतिम विकल्प के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामूहिक रूप से आत्महत्या की अनुमति देने का ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है।
इसके तहत 16 अक्टूबर 2025 (गुरुवार) को सुबह 10 बजे, नायगांव (पूर्व) के ससूनवघर पोस्ट ऑफिस पर ग्रामीण एकत्रित होकर प्रधानमंत्री को संबोधित सामूहिक ज्ञापन सौंपेंगे।
ज्ञापन में ग्रामीणों की प्रमुख मांगें हैं:
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राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की लापरवाही पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
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जिम्मेदार अधिकारियों पर अब तक अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
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सड़क की तत्काल मरम्मत, यातायात नियोजन और वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जाए।
ग्रामीण चेतावनी देते हैं कि यदि इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आत्महत्या की अनुमति की मांग पर अड़े रहेंगे।
इस आंदोलन की जानकारी नायगांव (पूर्व) पुलिस निरीक्षक को दे दी गई है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस से सहयोग का आग्रह किया गया है।
प्रसिद्धकर्ता:
सुशांत श्रीकांत पाटील
अध्यक्ष – भूमिपुत्र फाउंडेशन / भूमिपुत्र रोजगार हक़ संरक्षण समिति
नायगांव (पूर्व), वसई, जिला पालघर
📞 9167485999