Pravasi Ekta Foundation: “मानवता ही धर्म है” इस मंत्र के साथ पड़ी प्रवासी एकता फाउंडेशन की नींव
फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गोपिलाल जैन ने सभी सदस्यों को दियाजीत का मंत्र, कहा कि किसी भी प्रकार की जातीय भेदभाव और राजनीती से दूर रहकर, सिर्फ मानवता ही धर्म का पालन करना है और समाज में एकता और भाईचारे का सन्देश देना है

नालासोपारा : प्रवासी एकता साप्ताहिक अखबार के समपादक संजय गोपीलाल जैन और उनकी टीम ने समाजसेवा की दिशा में सफलता पूर्वक कार्य करते हुए इस दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाया है, समाजसेवा के उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रवासी एकता फाउंडेशन (Pravasi Ekta Foundation) की नींव डाली ,जिसके स्थापना दिवस के मौके पर 21 जनवरी 2025 को नालासोपारा पूर्व स्थित दुबे हॉल में नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया।
कार्यक्रम शाम 6 बजे प्रारंभ हुआ, जिसमें फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गोपिलाल जैन ने सभी सदस्यों को जीत का मंत्र दिया और कहा कि किसी भी प्रकार की जातीय भेदभाव और राजनीती से दूर रहकर उन्हें सिर्फ मानवता ही धर्म का पालन करना है और समाज में एकता और भाईचारे का सन्देश देना है.
समारोह में विभिन्न श्रेणियों में नए सदस्यों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष सय्यद आमिर और राष्ट्रीय महासचिव सूर्यकांत पवार सहित उनके सहयोगी मौजूद रहे और सभी ने मिलकर नए सदस्यों का स्वागत किया और फाउंडेशन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। इस दौरान उन्होंने संगठन के नवनिर्वाचित सदस्यों को उनकी जिम्मेदारियां सौंपीं और उन्हें शुबकामनाएं दीं.
इस मौके पर फाउंडेशन (Pravasi Ekta Foundation) के सदस्यों ने समाज में बदलाव की दिशा में कार्यरत देश के चौथे स्तंभ, पत्रकारों को उचित सम्मान देकर उन्हें सम्मानित किया। सम्मानित पत्रकारों में मेट्रो सिटी समाचार के संपादक संजय मिश्रा, प्रेम चौबे, प्रवीण पांडेय, राकेश सिंह, और युसूफ अली शामिल थे। इस दौरान उपस्थित लोगों ने फाउंडेशन की निर्माण टीम को शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के बाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गोपिलाल जैन ने सभी अतिथियों और सदस्यों का तहे दिल से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “आप सभी की उपस्थिति ने हमें आशीर्वाद दिया और हमारा मनोबल बढ़ाया।” राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष सय्यद आमिर और राष्ट्रीय महासचिव सूर्यकांत पवार ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए सभी का आभार प्रकट किया।