Versova To Virar : मुंबई से पालघर का सफर हो सकेगा आसान… वर्सोवा-विरार-पालघर सी लिंक की तैयारी में सरकार
मुंबई के समुद्र में बने देश के सबसे लंबे 22 किमी लंबे सी ब्रिज एमटीएचएल के शुरू हो जाने के बाद अब उससे भी बड़े सी लिंक का काम शुरू करने का लक्ष्य राज्य सरकार ने बनाया है। आने वाले समय में मुंबई से सीधे पश्चिमी एमएमआर में पालघर तक सीधी कनेक्टिविटी के लिए वर्सोवा से विरार (Versova To Virar) और आगे पालघर तक सी ब्रिज बनेगा। इस प्रोजेक्ट का डीपीआर फाइनल होने के बाद आगामी अक्टूबर में विधानसभा चुनाव के पहले इसका भूमि पूजन हो सकता है।
पालघर : मुंबई से पालघर का सफर आने वाले समय में हो सकेगा आसान। महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने वर्सोवा-विरार सी लिंक का विस्तार पालघर तक करने की योजना बनाई है। मुंबई के वर्सोवा से एमएमआर के विरार तक प्रस्तावित बहुउद्देश्यीय सी ब्रिज के पालघर तक के विस्तारित मार्ग के लिए जल्द ही डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने का काम किया जाएगा।
इसके लिए आरवी एसोसिएट और निप्पोन नामक दो बड़ी कंपनियों ने बोली लगाई है। एमएमआरडीए जल्द ही इन्हें फाइनल कर डीपीआर का काम सौंपेगा। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार सरकार ने वर्सोवा-विरार-पालघर सी लिंक के निर्माण का काम एमएसआरडीसी से लेकर एमएमआरडीए को दे दिया है। लगभग 80 किमी लंबा वर्सोवा-विरार-पालघर सी लिंक देश का सबसे बड़ा समुद्री ब्रिज (longest sea bridge in India) होगा।
पहले चरण में मुंबई को सीधे विरार से जोड़ने के लिए 43 किमी लंबे वर्सोवा-विरार सी लिंक के निर्माण की योजना बनी है। अब दूसरे चरण में इसका विस्तार पालघर तक करने के लिए अलग डीपीआर बनेगा। पश्चिमी उपनगरों की ओर जाने वाली 6 लेन कनेक्टिंग सड़कों के साथ पूरी परियोजना 79.11 किमी लंबी होगी।
वीवीएसएल को पालघर के समुद्री तट तक जोड़ने के लिए 21.8 किमी लंबी सड़क और उसे पालघर शहर से कनेक्ट करने के लिए 7.3 किमी लंबा कनेक्टर तैयार करना होगा। इसके डीपीआर के लिए जल्द ही एजेंसी फाइनल हो जाएगी। एमएमआरडीए द्वारा प्रस्तावित वर्सोवा-विरार सी लिंक को पालघर तक विस्तारित करने का निर्देश मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिया है।
मुंबई से नवी मुंबई को जोड़ने वाले 22 किमी लंबे देश के सबसे बड़े मुंबई ट्रांसहार्बर अटल सेतु पर यातायात शुरू हो गया है। इसके बाद अब मुंबई के पश्चिमी तट पर लगभग 80 किमी लंबा वर्सोवा-विरार-पालघर सी लिंक देश का सबसे बड़ा समुद्री ब्रिज होगा। यह लगभग 1 किमी समुद्र के किनारे के अंदर से होकर जाएगा।
एमएमआरडीए अधिकरियों के अनुसार देश के इंफ़्रा मार्बल के रूप में यह सी ब्रिज विश्व के 3 सबसे बड़े समुद्री ब्रिज में शामिल होगा। राज्य सरकार ने इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। एमएमआरडीए नरीमन प्वाइंट और कोलाबा के बीच एक अन्य समुद्री लिंक पर भी काम शुरू करने जा रहा है। बांद्रा से वर्सोवा सी लिंक का काम एमएसआरडीसी के माध्यम से शुरू है।
वर्सोवा-विरार-पालघर सी लिंक से मुंबई और एमएमआर क्षेत्र के आवागमन में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा। प्रस्तावित सी ब्रिज वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, एसवी रोड और लिंक रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर यातायात की भीड़ करने के साथ पालघर तक सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इस परियोजना के तहत चारकोप, उत्तन, मीरा भायंदर, वसई- विरार और नालासोपारा जैसे उपनगरों में कनेक्टर बनेंगे, जिससे कनेक्टिविटी तेजी से बढ़ेगी।
वर्सोवा-विरार-पालघर सी लिंक बनने के बाद मुंबई से पालघर तक की 3.30 घंटे की यात्रा घट कर 1 घंटे हो जाएगी। 70 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड 8-लेन (4+4 कॉन्फ़िगरेशन) सड़क बनने से आवागमन आसान हो जाएगा।
इस समय मुंबई से विरार और पालघर के उपनगरों को जोड़ने के लिए एकमात्र तेज साधन लोकल ट्रेनें ही हैं। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को लोकल के एक विकल्प के रूप में विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है। देश सबसे लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से भी यह कनेक्ट हो सकेगा।
उल्लेखनीय है कि जापान सरकार की कंपनी जायका के माध्यम से एमटीएचएल, मेट्रो 3 के साथ बुलेट ट्रेन जैसी परियोजना साकार हो रही है। वर्सोवा-विरार-पालघर सी लिंक के निर्माण में भी जापान सरकार का सहयोग मिलेगा। यह आश्वासन उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जापान दौरे के दौरान मिल गया है। एमएमआरडीए के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार वर्सोवा-विरार-पालघर सी लिंक प्रोजेक्ट का प्रस्ताव आर्थिक मामलों के मंत्रालय के पास भेजा है।
उल्लेखनीय है कि दो चरणों में पूरी होने वाली वर्सोवा-विरार सी लिंक परियोजना में 63,426 करोड़ रुपये की लागत का अंदाजा लगाया गया था। अब इसका विस्तार पालघर तक किए जाने पर 25 से 30 हजार करोड़ का बजट बढ़ने वाला है। प्रोजेक्ट का पहला चरण वसई तक और दूसरा चरण विरार और तीसरे चरण में पालघर तक विस्तारित होगा। यह भी यह ओपन टोल ब्रिज होगा, जिस पर रोजाना 1 लाख से ज्यादा वाहनों के आवागमन का अंदाजा लगाया गया है।
मुंबई के समुद्र में बने देश के सबसे लंबे 22 किमी लंबे सी ब्रिज एमटीएचएल के शुरू हो जाने के बाद अब उससे भी बड़े सी लिंक का काम शुरू करने का लक्ष्य राज्य सरकार ने बनाया है। आने वाले समय में मुंबई से सीधे पश्चिमी एमएमआर में पालघर तक सीधी कनेक्टिविटी के लिए वर्सोवा से विरार और आगे पालघर तक सी ब्रिज बनेगा। इस प्रोजेक्ट का डीपीआर फाइनल होने के बाद आगामी अक्टूबर में विधानसभा चुनाव के पहले इसका भूमि पूजन हो सकता है।