विरार में एक व्यक्ति के साथ ऑनलाइन ठगी हुई, लेकिन साइबर पुलिस और अदालत की तेजी से की गई कार्रवाई के चलते ₹1.60 लाख की पूरी राशि वापस मिल गई। पुलिस ने लोगों को सावधानी बरतने की अपील की है।
विरार, 18 अगस्त: विरार में रहने वाले एक व्यक्ति के साथ ऑनलाइन ठगी हुई, लेकिन समय पर शिकायत और साइबर पुलिस की मुस्तैदी तथा अदालत की तेजी से हुई कार्रवाई के चलते ₹1.60 लाख की संपूर्ण राशि वापस मिल गई।
👮♂️ समय पर शिकायत और पुलिस की कार्रवाई
शिकायतकर्ता को व्हॉट्सएप पर बैंक के नाम से एक लिंक भेजा गया, जिसमें केवाईसी अपडेट करने के नाम पर जानकारी मांगी गई। लिंक भरने के बाद पीड़ित के खाते से ₹1.60 लाख कट गए। ठगी का पता चलते ही उन्होंने साइबर पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित खाते में रकम होल्ड कर दी और अदालत में याचिका दायर करने की सलाह दी।
⚖️ अदालत के आदेश से लौटे पैसे
अदालत में सुनवाई के बाद पुलिस की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए अदालत ने पीड़ित के खाते में पूरी राशि लौटाने का आदेश दिया। इस संयुक्त कार्रवाई से पीड़ित को प्रतीकात्मक चेक देकर राशि लौटाई गई।
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📢 ऐसे धोखों से बचने के उपाय
साइबर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध मैसेज या लिंक पर भरोसा न करें।
जरूरी सावधानियां:
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बैंक कभी भी व्हॉट्सएप/एसएमएस पर KYC या खाता जानकारी नहीं मांगता।
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OTP, एटीएम पिन, पासवर्ड किसी से साझा न करें।
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संदिग्ध लिंक/ऐप्स से बचें।
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धोखाधड़ी होते ही तुरंत बैंक और साइबर हेल्पलाइन 1930/1945 पर संपर्क करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
👏 सफलता किसकी थी?
इस पूरी कार्रवाई को मिरा-भाईंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय की टीम ने अंजाम दिया। टीम में पुलिस उपायुक्त (अपराध) संदीप डोईफोडे, सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) मदन बल्ल, साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक सुजितकुमार गुंजकर और उनकी टीम शामिल रही।