MahaVitaran Power Cut Issue : गर्मी बढ़ते ही बढ़ी बिजली बिल और अघोषित बिजली कटौती,जनता परेशान
MahaVitaran Power Cut Issue : (वसई/नालासोपारा) तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि के साथ वसई पूर्व/नालासोपारा में बिजली कटौती की समस्या बनी हुई है और इस कारण उपभोक्ताओं के दिन का चैन और रात की नींद भी छीन गई है। महावितरण द्वारा इसका कारण कभी लोकल फॉल्ट तो कभी बिजली की कटौती बताया जा रहा है। बता दें कि कल मंगलवार को बिजली सप्लाई की व्यवस्था एवं वोलटेज की अस्थिरता पूरे दिन तहस-नहस रही। इसकी वजह कभी लोकल फॉल्ट तो कभी ऊपर से हो रही बिजली की कटौती बताया जा रहा है। वैसे तो पिछले कई महीनों से यह समस्या और अत्यधिक गंभीर हुई है। बिजली लोड शेडिंग/आने और जाने का सिलसिला लगातार जारी है.
गर्मी से उपभोक्ताओं की बढ़ी मुश्किलें
बिजली की आँख मिचोली से गर्मी के मौसम में उपभोक्ताओं की मुश्किल काफी बढ़ी है। नालासोपारा के निवासियों का कहना है कि गर्मी क्या बढ़ी महावितरण के अधिकारियों की औकात ही ढीली पड़ गई है। महावितरण द्वारा शहर में 24 घंटा बिजली सप्लाई का दावा फेल साबित हो रहा है। एवरशाइन और मधुबन टाउनशिप,गोखिवरे,वसई पूर्व के निवासियों का कहना है कि बिजली की कटौती के चलते इनवर्टर भी जवाब देने लगे हैं। एवरशाइन और मधुबन टाउनशिप,वसई पूर्व के निवासियों की ये भी शिकायत है कि,एवरशाइन और मधुबन टाउनशिप के अभियंता आये दिन रात्रि में अचानक एवं अघोषित लम्बे लोड शेडिंग के दौरान ये इस क्षेत्र के उपभोक्ताओं का फ़ोन तक नहीं उठाते,जबकि किसी भी उपभोक्ता के बिल भुगतान में एक दिन की भी देरी हो जाये तो घर घर जाकर लाइन काटने की धमकी देने लग जाते है? महावितरण के अभियंताओं की ग्राहक सेवा में लापरवाही और बिजली सप्लाई के मामले में सरकारी बाबुओं दावा अब जुमला साबित होने लगा है।
महावितरण के अभियंताओं का क्या कहना है
महावितरण के अभियंताओं का कहना है वसई पुर्व से फॉल्ट की शिकायत बढ़ी है। शिकायत को तत्काल दूर किया जा रहा है। कुछ दिनों में शहर की बिजली व्यवस्था दुरुस्त कर बिजली सप्लाई को बेहतर कर दिया जाएगा। ताकि उपभोक्ता गर्मी के इस मौसम में बेहतर बिजली का लाभ ले सकें। महावितरण के अभियंताओं द्वारा बार बार यह आश्वासन दिया जाना चुनावी जुमले जैसा सिद्ध हो रहा है.बिजली कटौती की समस्या जस की तस बनी हुई है?
इसी बीच महावितरण(MSEDCL) ने 1 अप्रैल, 2024 से बढ़ाया बिजली शुल्क
1 अप्रैल, 2024 से उपभोक्ताओं को अपने बिजली बिल में औसतन 7.50 प्रतिशत की वृद्धि के साथ-साथ निर्धारित दर में 10 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिलेगी। महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग (एमईआरसी) द्वारा आवश्यक यह समायोजन, पिछले साल प्रस्तुत टैरिफ वृद्धि के लिए महावितरण के अनुमोदित अनुरोध का पालन करता है।
महावितरण(MSEDCL) द्वारा टैरिफ वृद्धि अनुरोध की मंजूरी ने बिजली उपभोक्ताओं चिंता बढ़ा दी है, जिनका तर्क है कि यह औसतन 21.65 प्रतिशत की वृद्धि है। विशेष रूप से, पिछले वित्तीय वर्ष (2023-24) में बिजली बिलों में 7.25 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी और अब चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) में अतिरिक्त 7.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसके अलावा, फिक्स चार्ज में सालाना 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ये परिवर्तन ग़रीब,मध्यमवर्गीय परिवारों, व्यापारियों, किसानों और उद्योगों सहित सभी उपभोक्ता श्रेणियों को बुरी तरह से प्रभावित करेंगे।
लोकसभा चुनाव का मौसम है और सभी पार्टियाँ चुनावी जुमलों की चासनी लोकतांत्रिक राजनीति के पकवान को रसदार बनाने में लगी है लेकिन जुमलों के माध्यम से सियासी संस्थाएं जो पकवान खिलाने का सब्ज़बाग दिखाते है, वह वास्तव में खोखला ही होता है। लोकतांत्रिक शब्दावली में जनता के लिए इतना इशारा काफी है। हरवर्ष बिजली की बिलों में बेतहाशा वृद्धि इसी खोखले पकवान का सबूत है!
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