Aarey Milk Colony News: आरे मिल्क कॉलोनी प्रशासन ने अवैध निर्माण मलबा और मिट्टी फेंकने वाले वाहनों को रोकने के लिए पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं। पर्यावरण के लिए खतरा बने इस काम को बंद कराने के लिए अब खास कदम उठाए जाएंगे।
मुंबई,8 जुलाई: आरे मिल्क कॉलोनी के अधिकारियों ने आरे और वनराई पुलिस थानों को कहा है कि वे उन वाहनों को रोकें जो जंगलों में बिना अनुमति के निर्माण मलबा और मिट्टी फेंक रहे हैं। 2 जुलाई को हुई जांच में पता चला कि यहाँ मलबा और पत्थर फेंके गए हैं।
आरे का इलाका 2016 में पर्यावरण विभाग द्वारा ईको-सेंसिटिव जोन घोषित किया गया है, जहां बिना अनुमति निर्माण करना सख्त मना है। इसके बावजूद भी मलबा फेंकने की शिकायतें मिल रही हैं।
प्रशासन ने बताया कि सुरक्षा कर्मियों की कमी और कई जगहों पर वाहनों की संख्या ज्यादा होने से अवैध मलबा फेंकने वालों को रोका नहीं जा पा रहा है। आरे में रहने वाले लोग और पर्यावरण कार्यकर्ता इस समस्या को लेकर चिंतित हैं।
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के गेट पर सुरक्षा कमजोर होने की वजह से भी मलबा फेंकने की समस्या बढ़ी है। पर्यावरण कार्यकर्ता चेतावनी देते हैं कि अगर इस समस्या को जल्दी न रोका गया तो आरे के जंगल और पर्यावरण को भारी नुकसान हो सकता है।