आदित्य ठाकरे ने मुंबई में भारी बारिश को लेकर BMC की तैयारी पर सवाल उठाते हुए पंपिंग स्टेशनों, जलभराव स्थलों और प्रशासनिक जवाबदेही की पारदर्शिता की मांग की है।
मुंबई,18अगस्त: मुंबई में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के चलते कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। इसी पर शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने BMC की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए पूछा कि कितने पंप लगाए गए, कितने पंपिंग स्टेशन पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं, और इस वर्ष कितने नए जलभराव के स्थल सामने आए हैं,और क्यों?
- 🏛️ प्रशासनिक जवाबदेही पर उठाए सवाल
आदित्य ठाकरे ने कहा कि बीते तीन वर्षों से बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) राज्य सरकार के सीधे नियंत्रण में है और इतने समय में कोई चुनाव नहीं हुआ, जिससे प्रशासनिक जवाबदेही की कमी साफ दिखाई देती है। उन्होंने ये भी कहा कि अतिरिक्त मनपा आयुक्तों को अपने-अपने क्षेत्रों में सड़क पर उतरकर निरीक्षण करना चाहिए, न कि केवल आपदा प्रबंधन कक्ष की तस्वीरें पोस्ट की जाएं।
- 🚧 सड़कों और पुराने जलभराव पर भी जताई चिंता
ठाकरे ने आगे लिखा कि मई में केवल 10 मिनट की बारिश में अंधेरी सबवे और SEEPZ क्षेत्र जलमग्न हो गए थे। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए “फेकनाथ मिंधे की रोड स्कैम” का जिक्र किया और कहा कि इसी वजह से शहर की सड़कों की हालत खराब है। अंत में उन्होंने आशा जताई कि BMC सिर्फ दिखावे की बजाय वास्तविक जवाबदेही दिखाएगी और जनता को पूरी जानकारी देगी।
- 📢 निष्कर्ष: पारदर्शिता की मांग और जमीनी कार्रवाई की जरूरत
ठाकरे के इस बयान से साफ है कि विपक्ष अब सिर्फ आलोचना तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि प्रशासन से ठोस जवाब और कार्रवाई की अपेक्षा रखता है। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब मुंबई में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और निचले इलाकों में जलभराव से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
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