वसई रोड / पश्चिम रेलवे। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (AILRSA) के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर पूरे देश में लोको पायलटों और सहायक लोको पायलटों ने 48 घंटे का राष्ट्रव्यापी उपवास आंदोलन शुरू कर दिया है। यह उपवास 2 दिसंबर 2025 को सुबह 10 बजे से प्रारंभ हुआ और 4 दिसंबर 2025 को सुबह 10 बजे समाप्त होगा।
वसई रोड स्टेशन की क्रू लॉबी में भी लोको पायलट बड़ी संख्या में एकत्र हुए और शांतिपूर्वक अपनी मांगें रखीं। कर्मचारियों ने स्पष्ट किया कि उनका विरोध पूरी तरह संवैधानिक और शांतिपूर्ण है तथा इससे रेल परिचालन पर कोई असर नहीं डाला गया।
⭐ रेल परिचालन नहीं रुका, विरोध पूरी तरह शांतिपूर्ण
कर्मचारियों ने बताया कि वे भूखे रहकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं, लेकिन यात्रियों या ट्रेन संचालन को असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा गया।
उनका कहना है कि यह आंदोलन ज़रूरी है क्योंकि लंबे समय से उनकी मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाया गया।
📌 मुख्य मांगें (Key Demands)
1️⃣ DA में 50% की बढ़ोतरी और KMA में 25% वृद्धि (TA की तुलना में)
2️⃣ माइलेज अलाउंस का 70% हिस्सा आयकर मुक्त किया जाए
3️⃣ लगातार रात्रिकालीन ड्यूटी को 4 रातों से घटाकर 2 रातें किया जाए
4️⃣ आवधिक विश्राम 46 घंटे (16+30) लागू किया जाए
5️⃣ ड्यूटी सीमा — मालगाड़ी 8 घंटे, सवारी गाड़ी 6 घंटे
6️⃣ लगातार ड्यूटी के बीच न्यूनतम विश्राम को सख्ती से लागू किया जाए
7️⃣ 72 घंटे की जगह 36 घंटे में मुख्यालय वापसी की अनुमति
8️⃣ ALP को IRT/IDT ट्रांसफर सुविधा में शामिल किया जाए
9️⃣ असिस्टेंट लोको पायलट को रिस्क अलाउंस प्रदान किया जाए
🗣️ नेतृत्व का बयान
AILRSA नेताओं ने कहा—
“हमारी मांगें सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य परिस्थितियों से जुड़ी हैं। सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए स्वस्थ और विश्राम प्राप्त स्टाफ ज़रूरी है।”
उन्होंने आगे कहा—
“संगठन में शक्ति, संगठित संघर्ष से ही सफलता मिलती है।”
🟢 आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण, उम्मीद समाधान की
देशभर की सभी क्रू लॉबीज़ में कर्मचारी संयमित ढंग से विरोध में शामिल हुए।
कर्मचारियों को उम्मीद है कि रेलवे प्रशासन उनकी समस्याओं पर गंभीरता से विचार करेगा और जल्द समाधान निकालेगा।