अलिबाग–विरार मल्टी-मोडल कॉरिडोर परियोजना को शुरू करने के लिए महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) को सरकारी प्रस्ताव (GR) का इंतजार है। टेंडर प्रक्रिया फिलहाल रुकी हुई है।
महाराष्ट्र,29 जुलाई: महाराष्ट्र की बहुप्रतीक्षित और रणनीतिक महत्व की अलिबाग–विरार मल्टी-मोडल कॉरिडोर परियोजना वर्तमान में ठप पड़ी है। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) को अब तक राज्य सरकार की ओर से सरकारी प्रस्ताव (Government Resolution – GR) नहीं मिला है, जिसके कारण टेंडर प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।
यह महत्वाकांक्षी परियोजना राज्य के पालघर, ठाणे और रायगढ़ जिलों को जोड़ने वाली है और इससे क्षेत्रीय यातायात, औद्योगिक मालवहन, और कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी सुधार की उम्मीद की जा रही है।
MSRDC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि परियोजना को बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (BOT) मॉडल पर विकसित करने की सैद्धांतिक मंजूरी पहले ही मिल चुकी है, लेकिन जब तक GR जारी नहीं होता, तब तक कोई भी ठेका जारी नहीं किया जा सकता।
परियोजना का पहला चरण लगभग 98 किलोमीटर लंबा होगा, जो पेन तक पहुंचेगा, और भविष्य में इसे बढ़ाकर 128 किलोमीटर तक अलिबाग तक ले जाने की योजना है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह कॉरिडोर मेट्रो लाइन और रिंग रोड जैसे मल्टी-मोडल साधनों को जोड़ने वाला एक अत्याधुनिक कॉरिडोर बनेगा, जिससे न केवल मुंबई महानगर क्षेत्र की ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी बल्कि औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी।
फिलहाल, परियोजना की प्रगति GR के निर्गमन पर निर्भर है, जिसे लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि यह कुछ ही दिनों में जारी हो सकता है।
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