भायंदर पुलिस ने ऑनलाइन बैंकिंग और मोबाइल धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश किया। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 28 मोबाइल फोन और 4 लाख रुपये नकद जब्त। नागरिकों से सतर्क रहने की अपील।
भायंदर, 13 सितंबर: भायंदर पुलिस ने एक बड़ी ऑनलाइन धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश किया, जिसने नागरिकों के मोबाइल फोन हैक कर बैंक खाते की जानकारी और ओटीपी हासिल की, और फ्लिपकार्ट से महंगे मोबाइल फोन खरीदकर नागरिकों को धोखा दिया।
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अपराध के तथ्य
जांच में सामने आया कि आरोपी पुष्पेंद्र कुमार और देव यादव ने नागरिकों के मोबाइल नंबर और वाहन नंबर हासिल किए। उन्होंने CRED.Apk, MParivahan Fake Ul.Apk, Adult Chat.Apk और Likv जैसे एप्स का इस्तेमाल कर कॉल फॉरवर्डिंग, एसएमएस फॉरवर्डिंग, यूपीआई पिन ग्रैबर, संपर्क सूची और कॉल लॉग तक पहुँच बनाई।
इसके बाद उन्होंने इन जानकारियों का इस्तेमाल कर बैंक खाते से धन निकालकर महंगे मोबाइल फोन खरीदे और इन्हें अन्य नागरिकों को बेचकर धोखाधड़ी की। कुल नुकसान 4,77,989 रुपये हुआ।
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गिरफ्तारी और जब्ती
भायंदर पुलिस ने कौस्तुभ जाधव को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि उसने पुष्पेंद्र कुमार और देव यादव के साथ मिलकर यह अपराध किया। पुलिस ने एप्पल, नथिंग, वन प्लस, सैमसंग और वीवो के 28 मोबाइल फोन और 4,00,000 रुपये नकद बरामद किए।
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जांच और मार्गदर्शन
यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक, मीरा-भायंदर और वाईएसआई-विरार पुलिस आयुक्तालय के मार्गदर्शन में हुई। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे, पुलिस उपायुक्त राहुल चव्हाण, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जितेंद्र कांबले, पुलिस निरीक्षक अपराध महेंद्र निंबालकर और छठे पुलिस निरीक्षक संजय शिपाणे की देखरेख में टीम ने कार्रवाई की।
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सतर्कता और चेतावनी
भायंदर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अज्ञात लिंक और एप्लिकेशन का इस्तेमाल न करें और अपने वित्तीय लेन-देन में सतर्क रहें।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हुआ कि पुलिस ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में तत्पर है और आरोपियों से आपराधिक संपत्ति जब्त कर सकते हैं। यह अभियान भायंदर पुलिस स्टेशन के अपराध शाखा, सर्कल-01 और मीरा रोड पुलिस के संयुक्त प्रयास का परिणाम है।
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