मुंबई, 14 जुलाई: अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन को लेकर इन दिनों कई अफवाहें सोशल मीडिया और कुछ रिपोर्ट्स में सामने आई थीं, जिनमें दावा किया गया था कि इस हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट में अब जापानी ट्रेन की जगह वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी। रेलवे मंत्रालय ने इन सभी खबरों को “भ्रामक और तथ्यहीन” बताया है और स्पष्ट किया है कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट अपनी मूल जापानी तकनीक के साथ ही आगे बढ़ रहा है।
रेलवे ने क्या कहा?
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, सूरत से बिलिमोरा तक लगभग 50 किलोमीटर का ट्रैक तैयार है, और उस ट्रैक की जांच के लिए वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल किया जाएगा। यह केवल ट्रैक टेस्ट के लिए किया जा रहा है, इसका मतलब यह नहीं है कि वंदे भारत ट्रेन को बुलेट ट्रेन की जगह लाया जा रहा है।
“ट्रायल से यह साबित नहीं होता कि वंदे भारत को बुलेट ट्रेन के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। यह सिर्फ ट्रैक फिटनेस के लिए है,” – रेलवे मंत्रालय
प्रोजेक्ट में कोई बदलाव नहीं
कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि जापानी कोच महंगे हो गए हैं इसलिए भारत सरकार वंदे भारत को विकल्प के तौर पर देख रही है। रेलवे ने इस दावे को भी खारिज कर दिया है। अधिकारियों ने साफ किया कि जापानी तकनीक पर आधारित हाई-स्पीड ट्रेन ही इस रूट पर चलाई जाएगी और परियोजना में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
प्रोजेक्ट की प्रगति
अधिकारियों के अनुसार, 2027 तक इस हाई-स्पीड रेल सेवा को आम जनता के लिए शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) इस प्रोजेक्ट में तकनीकी और आर्थिक सहयोग कर रही है। ट्रैक बिछाने, स्टेशन निर्माण और टनल वर्क जैसे काम तेज़ी से प्रगति पर हैं।