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पालघर में 123 मरीजों को ₹98.50 लाख की मदद: मुख्यमंत्री सहायता निधि बनी जनसेवा का नया मॉडल

मुख्यमंत्री सहायता निधि पालघर: ₹98.50 लाख की सहायता
मुख्यमंत्री सहायता निधि पालघर: ₹98.50 लाख की सहायता

पालघर में मुख्यमंत्री सहायता निधि के ज़रिए 123 गरीब मरीजों को ₹98.50 लाख की मदद मिली। यह योजना अब केवल सहायता नहीं, बल्कि समाजसेवा और जनजागृति का माध्यम बन गई है।

पालघर,4 अगस्त: पालघर जिले में मुख्यमंत्री सहायता निधि जिला कक्ष ने आर्थिक रूप से कमजोर और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए बड़ी राहत दी है। 1 जनवरी से 30 जून 2025 के बीच जिले के 123 ज़रूरतमंद मरीजों को ₹98.50 लाख की सहायता राशि मंजूर की गई। इस योजना ने न केवल मरीजों को समय पर इलाज मुहैया कराया, बल्कि मंत्रालय तक भागदौड़ करने की जरूरत भी खत्म की। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की संकल्पना से बने इस जिले स्तरीय कक्ष ने स्वास्थ्य सुविधाओं तक स्थानीय स्तर पर पहुंच आसान बना दी है, जिससे इलाज में देरी और वित्तीय बोझ दोनों से राहत मिल रही है। इस व्यवस्था को राज्यभर में एक मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।

  • सहायता की प्रक्रिया और पारदर्शी व्यवस्था

मुख्यमंत्री सहायता निधि के तहत आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल और पारदर्शी है। इच्छुक आवेदक www.cmrf.maharashtra.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या जिला कक्ष (क्रमांक 212, जिलाधिकारी कार्यालय, पालघर) में जाकर प्रत्यक्ष आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, मेडिकल रिपोर्ट और खर्च का अनुमान आवश्यक दस्तावेजों में शामिल हैं। पात्रता के अनुसार आवेदक महाराष्ट्र का निवासी होना चाहिए, उसका वार्षिक पारिवारिक आय ₹1.60 लाख से कम होनी चाहिए, और वह वर्तमान में उपचाराधीन होना चाहिए। सहायता राशि सीधे संबंधित अस्पताल के खाते में जमा की जाती है, जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी या दलाली की संभावना नहीं रहती। योजना की पारदर्शिता और प्रभावशीलता को देखते हुए इसे जनहित में एक मजबूत पहल माना जा रहा है।

  • सामाजिक सहभाग और जनजागरूकता की दिशा में कदम

जिला कक्ष ने केवल आर्थिक सहायता तक सीमित न रहकर, स्वास्थ्य जागरूकता और सामाजिक सहयोग की दिशा में भी सराहनीय पहल की है। रक्षाबंधन और गणेशोत्सव जैसे पर्वों पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। आषाढ़ी एकादशी के दिन “चरणसेवा व आरोग्य तपासणी” उपक्रम के तहत 133 वारकऱियों की स्वास्थ्य जांच की गई। 5 रक्तदान शिविरों में कुल 95 रक्तदाताओं ने भाग लेकर जीवन रक्षक योगदान दिया। वहीं 9 रुग्णालयों और 12 सेवाभावी संस्थाओं के साथ संवाद कर ₹1,06,000 की निधि भी इकट्ठा की गई। अब तक 6 लाभार्थियों से लिखित और 3 से वीडियो फीडबैक प्राप्त हुआ है, जिसमें योजना की तत्कालिकता, पारदर्शिता और संवेदनशीलता की जमकर सराहना की गई है। पोर्टल पर वर्तमान में 5 नोंदणीकृत अस्पताल जुड़े हैं और निकट भविष्य में अधिक अस्पतालों को भी शामिल करने की योजना है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को मदद मिल सके।

मुख्यमंत्री सहायता निधि योजना अब महज सरकारी सहायता नहीं, बल्कि स्थानीय प्रशासन, नागरिकों और सेवाभावी संस्थाओं के सहयोग से संचालित एक जनमित्र और प्रभावी तंत्र बन चुकी है। पालघर जिला इसका सशक्त उदाहरण बनकर उभरा है।

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