देवेंद्र फडणवीस का बयान: ‘हम भगवान शिव को मनाने वाले हैं, जहर भी पीते हैं और फिर भी जीते हैं’
देवेंद्र फडणवीस का बयान: ‘हम भगवान शिव को मनाने वाले हैं, जहर भी पीते हैं और फिर भी जीते हैं’
मुंबई: राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया जिसमें उन्होंने राज्य की जनता को कम शब्दों में बहुत कुछ कहने की कोशिश की। फडणवीस का यह बयान उनके कार्यकाल के दौरान किए गए कई महत्वपूर्ण निर्णयों की पृष्ठभूमि में आया है, विशेषकर मराठा आरक्षण को लेकर।
2014 में मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए, देवेंद्र फडणवीस ने राज्यहित के कई फैसले किए। इन फैसलों में सबसे अधिक विवादास्पद विषय मराठा आरक्षण था। मराठा समाज के हित में कई पहल की गईं, जिनमें “सारथी” संस्था की स्थापना भी शामिल है। इस संस्था के माध्यम से मराठा युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं और व्यावसायिक कर्ज जैसे कई लाभकारी योजनाओं का फायदा पहुंचाया गया।
हालांकि, मराठा समाज के आरक्षण को लेकर फडणवीस पर कई आलोचनाएं भी हुईं। विशेषकर, मनोज जरांगे जैसे उपोषण कर्ताओं ने उनके फैसलों की आलोचना की। जरांगे ने उच्च पदस्थ उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ तीखे बयान दिए, जिसे महाराष्ट्र की जनता ने नकारात्मक रूप से देखा।
फडणवीस ने 2022 में उपमुख्यमंत्री पद ग्रहण किया और राज्य के हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने अपने विरोधियों की आलोचनाओं का सामना किया और अपने पद की जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और समर्पण से निभाया। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेते समय फडणवीस ने जनता को यह विश्वास दिलाया था कि वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी ईमानदारी और बुद्धिमत्ता से निभाएंगे, और उन्होंने उस आश्वासन को पूरा भी किया।
इस प्रकार, देवेंद्र फडणवीस का बयान और उनके कार्यों की पृष्ठभूमि उनकी निष्ठा और समर्पण को दर्शाते हैं, जो कि राज्य के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।