मुंबई, 9 जुलाई 2025: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायक संजय गायकवाड द्वारा एमएलए कैंटीन कर्मचारी के साथ मारपीट की घटना को “अनुचित” बताया। शिंदे ने कहा कि मेहन-मजदूरों के साथ मारपीट की जगह शिकायतों का सही समाधान कानूनन संभव है।
🗣️ शिंदे का बयान:
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शिंदे ने कहा कि गायकवाड को कानूनी रास्ता अपनाना चाहिए था—जैसे कि एफडीए या पुलिस में शिकायत दर्ज कराना था—न कि हाथ उठाना।
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उन्होंने दोहराया, “हिंसा मैं समर्थन नहीं करता… लेकिन समस्या होने पर कानूनी कार्रवाई का अधिकार है।”
📰 घटना की पृष्ठभूमि:
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बीते मंगलवार रात, विधायक गायकवाड को कैंटीन द्वारा बासी दाल–चावल परोसने पर गुस्सा आ गया। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें वे कर्मचारियों को मारते दिखाई दे रहे हैं।
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सांसद गायकवाड ने दावा किया कि कई बार उन्होंने इस भोजन की शिकायत की थी, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ था।
⚖️ वक्ता व अन्य प्रतिक्रियाएं:
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मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा कि ऐसी हरकतें आम जनता और विधायकों की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं।
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शिवसेना (UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सोशल मीडिया पर गायकवाड की आलोचना की।
शिंदे का स्पष्ट संदेश यह है कि चूंकि गायकवाड एक निर्वाचित नेता हैं, इसलिए उन्हें उचित संस्थानों—पुलिस, एफडीए, प्रशासन—का सहारा लेना चाहिए था, न कि अपनी शक्ति का दुरुपयोग करके मारपीट करनी चाहिए थी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या गायकवाड के खिलाफ कोई कानूनी या पार्टी स्तर पर कार्रवाई होती है।
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