रायगढ़ CGST कमिश्नरेट ने 9 करोड़ रुपये के GST इनपुट टैक्स क्रेडिट घोटाले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी फर्मों के जरिए बिना वस्तु आपूर्ति के फर्जी बिल बनाकर टैक्स क्रेडिट पास कर रहे थे। जांच जारी है।
जांच एजेंसी को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग फर्जी फर्मों के जरिए फर्जी बिल तैयार कर, बिना किसी वास्तविक वस्तु या सेवा की आपूर्ति के इनपुट टैक्स क्रेडिट पास कर रहे हैं। विभाग की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर कंपनियों का पंजीकरण करवाया, और उनके नाम पर करोड़ों रुपये के नकली बिल जारी किए।
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जांच के दौरान इन फर्मों के पते पर कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं पाई गई, जिससे ये स्पष्ट हो गया कि पूरा नेटवर्क केवल कागजी लेन-देन पर आधारित था। गिरफ्तार आरोपियों पर CGST अधिनियम, 2017 की धारा 69(1) के तहत कार्रवाई की गई है और उन्हें पनवेल की प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
विभाग अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लाभार्थियों और मास्टरमाइंड्स की तलाश में जुट गया है। इस कार्रवाई से जीएसटी विभाग ने स्पष्ट संकेत दिया है कि टैक्स चोरी और फर्जीवाड़े को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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