महाराष्ट्र सरकार ने गोकुलाष्टमी पर दहीहंडी में हिस्सा लेने वाले 1.5 लाख गोविंदाओं के लिए बीमा योजना मंजूर की है। ओरिएंटल इंश्योरेंस के साथ यह कवरेज खेल और युवा सेवा विभाग के माध्यम से लागू होगी, जिससे उत्सव के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
मुंबई, 2 अगस्त: गोकुलाष्टमी और दहीहंडी के पर्व पर मानव पिरामिड बनाने वाले 1.5 लाख गोविंदाओं के लिए महाराष्ट्र सरकार ने बीमा योजना को हरी झंडी दे दी है। यह निर्णय उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मार्गदर्शन में लिया गया है और इसे खेल और युवा सेवा विभाग के माध्यम से लागू किया जाएगा।
✅ बीमा योजना के मुख्य बिंदु:
-
बीमा लाभार्थी: 1.5 लाख गोविंदा
-
कंपनी: ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
-
प्रक्रिया: गोविंदा सामान्य समिति (महा) के समन्वय में
-
उद्देश्य: पर्व के दौरान चोट/दुर्घटना से सुरक्षा
-
प्रीमियम राशि: ₹1,12,50,000 (पूरी राशि राज्य सरकार द्वारा वहन)
🧾 बीमा कैसे मिलेगा?
महाराष्ट्र राज्य दहीहंडी गोविंदा संघ बीमा के लिए जरूरी दस्तावेज इकट्ठा करेगा और गोविंदाओं की सूची तैयार करेगा। बीमा योजना को समय रहते लागू करने के लिए विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं ताकि त्योहार से पहले सभी प्रतिभागियों को कवरेज मिल सके।
🎉 क्यों है यह कदम अहम?
हर साल दहीहंडी में हजारों लोग भाग लेते हैं और मानव पिरामिड बनाने के दौरान चोट लगने या गिरने की घटनाएं आम होती हैं। इस बीमा योजना से प्रतिभागियों को आर्थिक राहत और मानसिक सुरक्षा मिलेगी।