Maharashtra Politics: शिवसेना (उद्धव) नेता संजय राऊत और उद्धव ठाकरे ने ‘जन सुरक्षा विधेयक 2024’ को विरोध Suppress करने वाला कानून बताया। फडणवीस बोले- विधेयक जरूरी, गलत उपयोग नहीं होगा।
मुंबई, 12 जुलाई: शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राऊत ने महाराष्ट्र सरकार पर ‘जन सुरक्षा विधेयक 2024’ को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह कानून ‘जन सुरक्षा’ नहीं, बल्कि ‘बीजेपी सुरक्षा’ कानून है। राऊत का आरोप है कि यह विधेयक आदिवासियों, एनजीओ और विपक्ष की आवाज़ दबाने के लिए लाया गया है, खासकर उन आंदोलनों को रोकने के लिए जो कॉरपोरेट कब्जे का विरोध करते हैं।
विधानसभा और विधान परिषद में हंगामे के बीच यह विधेयक इस सप्ताह पारित हो गया। विपक्षी दलों ने विरोध करते हुए वॉकआउट भी किया। शिवसेना (उद्धव) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी इस कानून पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि अगर यह कानून नक्सलवाद रोकने के लिए है तो ‘नक्सल’ शब्द इसमें क्यों नहीं है? उन्होंने चेतावनी दी कि यह कानून टाडा जैसे कड़े कानून की तरह इस्तेमाल हो सकता है, और इसका उद्देश्य विपक्ष की आवाज़ को दबाना हो सकता है।
वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में इस विधेयक का बचाव किया। उन्होंने कहा कि यह कानून महाराष्ट्र में सक्रिय प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए जरूरी है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इस कानून के दुरुपयोग से बचने के लिए कानूनी सुरक्षा उपायों को शामिल किया गया है। अब यह विधेयक राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
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