मिरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस ने बेहतरीन केस डिटेक्शन पर पुलिसकर्मियों को किया सम्मानित, 24 साल पुराने मर्डर केस का भी हुआ पर्दाफाश
📍 ठाणे | 28 जून 2025 | Metro City Samachar
मिरा-भायंदर वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय की मई 2025 की मासिक अपराध समीक्षा बैठक में बेहतरीन कार्य के लिए कई पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इन अधिकारियों ने हत्या जैसे गंभीर मामलों को सुलझा कर दोषियों को सजा दिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
🏅 जिन केसों पर दिया गया सम्मान:
🧩 1. नवघर पुलिस का केस – आजीवन कारावास की सजा
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केस: नवघर पुलिस स्टेशन क्र. 266/2016
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धारा: IPC 364A, 302, 201, 34 व IT Act 67(C), 67(D)
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दोषी: अजय लालबहादुर विश्वकर्मा को आजन्म कारावास व ₹1000 दंड, न भरने पर 5 वर्ष अतिरिक्त कारावास।
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सतर्क टीम: व.पो.नि. धीरज कोळी, प्रशांत शिर्के, प्रकाश जाधव, दिनेश दुधाळे, शुभम बोडके आदि।
🧩 2. विरार पुलिस – पत्नी की हत्या का आरोपी दोषी सिद्ध
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केस: विरार क्र. 92/2017, धारा 302
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घटना: पत्नी के चरित्र पर संदेह कर आरोपी ने लकड़ी के फट्टे से हत्या की।
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दोषी: धरमराज राजाराम यादव को 10 वर्ष कारावास व ₹20,000 जुर्माना।
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टीम: निमित गोयल, युनिस शेख, शिवाजी बुरकुल, सचिन लोखंडे आदि।
🧩 3. 24 साल पुराना मर्डर केस सुलझा
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केस: विरार क्र. 182/2001, धारा 302
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घटना: 14/01/2001 को डॉ. कोठी अस्पताल के सामने चाकू से हत्या
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24 वर्षों से फरार आरोपी मामू उर्फ छोटे बबुआँ को पुलिस ने खोजकर 27/05/2025 को किया गिरफ्तार।
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टीम: समीर अहीरराव, शाहुराज रणवरे, सुहास कांबळे, सागर शिंदे, रमेश भोसले, संतोष चव्हाण समेत 40+ जवान।
👏 पुलिस आयुक्त की सराहना
आयुक्तालय ने कहा कि इन मामलों की त्वरित जांच और दोषियों को सजा दिलाने का काम पुलिस की प्रतिबद्धता, तकनीकी दक्षता और सतर्कता को दर्शाता है। ऐसी कार्रवाई आम जनता में विश्वास बढ़ाती है।
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