मीरा रोड, महाराष्ट्र। मीरा-भायंदर–वसई विरार पुलिस ने सोमवार, 1 दिसंबर को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो युवा लड़कियों को एक बांग्लादेशी महिला के चंगुल से मुक्त कराया। महिला पर आरोप है कि वह मीरा रोड (पूर्व) के हाटकेश इलाके में अपने किराए के फ्लैट से वेश्यावृत्ति का रैकेट चला रही थी।
जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई महिला अत्याचार रोकथाम सेल और स्पेशल जुवेनाइल प्रोटेक्शन एंड केयर यूनिट की वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर शीतल मुंधे के नेतृत्व में की गई।
WhatsApp के जरिए भेजती थी लड़कियों की तस्वीरें, पैसे लेकर ‘डील’ फाइनल
पुलिस को एक टिप-ऑफ मिली थी कि 39 वर्षीय सुल्ताना मोमोताज सैयद, गौरव वुड्स फेज-1, मीरा रोड (ईस्ट) से सेक्स रैकेट चला रही है।
ऑफिसर्स के मुताबिक —
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सुल्ताना WhatsApp के ज़रिये क्लाइंट्स को लड़कियों की तस्वीरें भेजती थी
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पैसों के बदले यौन सेवाओं की व्यवस्था करती थी
सूचना सत्यापित करने के लिए एक फर्जी ग्राहक (डिकॉय ग्राहक) भेजा गया।
फर्जी ऑपरेशन सफल—₹12,000 लेते ही रेड
कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद पंच गवाहों की मौजूदगी में टीम ने रेड मारी।
पुलिस ने सुल्ताना को उसी समय हिरासत में ले लिया जब—
➡️ उसने दो लड़कियों की सप्लाई के लिए ₹12,000 स्वीकार कर लिए थे।
दोनों पीड़िताओं को तुरंत रेस्क्यू कर मुंबई के कांदिवली (वेस्ट) स्थित रेस्क्यू फाउंडेशन में सुरक्षित संरक्षण के लिए भेजा गया।
कई धाराओं में FIR दर्ज
पुलिस कांस्टेबल घनश्याम खैरनार की शिकायत पर मीरा रोड पुलिस ने FIR दर्ज की है।
भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 — धाराएं:
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143(3)
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3(5)
इम्मोरल ट्रैफिक (प्रिवेंशन) एक्ट, 1956 — धाराएं:
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सेक्शन 3 (रनिंग ब्रॉथल के लिए)
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सेक्शन 4
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सेक्शन 5 (ट्रैफिकिंग)
पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।
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