MNS Workers Union Bank Protest: मनसे ने बीमा दावे की शिकायत पर यूनियन बैंक पर प्रदर्शन किया, बैंक ने माफी मांगी। बीमा कंपनी केवल हिंदी-अंग्रेजी में एफआईआर स्वीकार करती है, मराठी नहीं।
मुंबई, 17 जुलाई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की फ्रेंड्स कॉलोनी शाखा पर बीमा दावे से जुड़ी शिकायत के कारण हमला किया। वे आवेदन स्वीकार न करने और कार्रवाई से इनकार करने पर नारेबाजी करते हुए बैंक के बोर्ड पर कालिख पोत दी। करीब 50 मनसे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जिनमें मनसे शहर प्रमुख चंदू लाडे और आदित्य दुरुगकर भी शामिल हैं।
यह विवाद योगेश बोपचे के परिवार की शिकायत से शुरू हुआ, जिनके निधन के बाद बीमा कंपनी ने हिंदी में एफआईआर की कॉपी मांगी थी। बैंक मैनेजर ने बताया कि कोलकाता स्थित बीमा कंपनी को मराठी नहीं आती, इसलिए हिंदी या अंग्रेजी में अनुवादित एफआईआर आवश्यक है। बैंक ने माफी मांगने के बाद मनसे ने आंदोलन रोक दिया।
बैंक ने स्पष्ट किया कि मराठी भाषा को लेन-देन के लिए आधिकारिक माना जाता है, लेकिन बीमा कंपनी केवल हिंदी और अंग्रेजी में दस्तावेज स्वीकार करती है। इसलिए बीमा दावे के लिए नोटरीकृत अनुवादित एफआईआर जमा करना जरूरी है। यह नियम ऑनलाइन धोखाधड़ी और अन्य मामलों में लागू नहीं होता।