मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर मवेशियों की बढ़ती आवाजाही से ट्रैफिक बाधित हो रहा है। वसई के चिंचोटी से खानिवडे टोल तक मवेशी सड़क पर बैठते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
वसई, 28 जून: मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर मवेशियों की खुलेआम आवाजाही चिंता का विषय बन गई है। चिंचोटी से लेकर खानिवडे टोल नाके तक के क्षेत्र में ये मवेशी कभी फ्लाईओवर के नीचे तो कभी सड़क के बीचोबीच बैठ जाते हैं। इससे न केवल ट्रैफिक जाम हो रहा है, बल्कि वाहन चालकों के लिए दुर्घटनाओं का खतरा भी लगातार बना हुआ है।
स्थानीय लोगों और ड्राइवरों का कहना है कि बारिश के कारण खेत और चरागाह कीचड़ से भर गए हैं, जिससे मवेशी शुष्क और आरामदायक जगह की तलाश में हाइवे का रुख करते हैं। हाईवे प्राधिकरण द्वारा अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है, जिससे नाराज नागरिकों ने सुरक्षा उपायों की मांग की है।
अधिकारियों का दावा है कि पेट्रोलिंग की जाती है और मवेशियों को हटाया जाता है, लेकिन समस्या बरकरार है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समस्या का स्थायी समाधान केवल मवेशियों को हटाने से नहीं होगा, बल्कि हाईवे के किनारे सुरक्षा जालियां लगाकर और ग्रामीण इलाकों में पशु आश्रयगृह (गौशालाएं) बनाकर ही किया जा सकता है।
साथ ही, स्थानीय प्रशासन को पशुपालकों को जागरूक करना होगा कि वे अपने मवेशियों को खुले में छोड़ने की बजाय नियंत्रित और सुरक्षित स्थानों पर रखें। यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह स्थिति बड़े सड़क हादसों का कारण बन सकती है।
अगर आप हाईवे पर ट्रैवल करते हैं तो सावधानी बरतें। और प्रशासन से अपील करें कि सड़क सुरक्षा के लिए जल्द कदम उठाए जाएं।
वसई में अब ऑनलाइन मिल रहे राशन कार्ड, अब तक जारी हुए 4,720 कार्ड