मुंबई के विश्वप्रसिद्ध डब्बावालों की 130 साल पुरानी सेवा को सम्मान देने के लिए बांद्रा वेस्ट में ‘मुंबई डब्बावाला इंटरनेशनल एक्सपीरियंस सेंटर’ (MDIEC) का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर किया।
मुंबई, 14 अगस्त: मुंबई के विश्वप्रसिद्ध डब्बावालों की 130 साल पुरानी सेवा को सम्मान देने के लिए बांद्रा वेस्ट में ‘मुंबई डब्बावाला इंटरनेशनल एक्सपीरियंस सेंटर’ (MDIEC) का भव्य उद्घाटन किया गया। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जनता को यह म्यूज़ियम समर्पित किया।
इस अवसर पर डब्बावाला समुदाय के वरिष्ठ नेता उल्हास शांताराम मुके और रामदास बाबन करवंदे भी मौजूद थे। उद्घाटन का सीधा प्रसारण विधान परिषद सदस्य श्रीकांत तारा पंडित भारतीया ने सोशल मीडिया पर साझा किया।
📜 130 वर्षों की प्रेरणादायक कहानी
म्यूज़ियम में एक गैलरी बनाई गई है जो 1890 के दशक से शुरू हुई डब्बावालों की यात्रा को दर्शाती है। इसमें उनका रेलवे, साइकिल और पैदल चलकर टिफिन डिलीवरी का अनोखा सफर, विशेष कोडिंग सिस्टम और समय की पाबंदी को विस्तार से दिखाया गया है।
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📉 बदलते वक्त में चुनौतियां
1970 से 2000 के बीच जहां डब्बावालों की संख्या 5,000 से अधिक थी, वहीं कोविड-19 महामारी के बाद यह घटकर 1,500 के करीब रह गई। इसके बावजूद उनकी सेवा भावना में कोई कमी नहीं आई।
🏛 सम्मान और प्रेरणा का केन्द्र
यह म्यूज़ियम केवल एक प्रदर्शनी स्थल नहीं, बल्कि अनुशासन, ईमानदारी और सेवा के मूल्यों का प्रतीक है। यह आने वाली पीढ़ियों को दिखाएगा कि सादगी और समयबद्धता से इतिहास रचा जा सकता है। डब्बावालों की यह सेवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैनेजमेंट केस स्टडी के रूप में भी मशहूर है।
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