Mumbai News: वेस्टर्न रेलवे ने बीएमसी से 10 साल के लिए रेलवे भूमि से गुजरने वाली पानी की पाइपलाइनों पर ₹395 करोड़ की राइट ऑफ वे फीस मांगी। सामाजिक कार्यकर्ता समीर झावेरी ने इस मांग को जनहित के खिलाफ बताया है।
मुंबई, 30 जून : मुंबई में वेस्टर्न रेलवे ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) से ₹395 करोड़ की भारी रकम मांगी है। यह रकम रेलवे की जमीन से गुजरने वाली पानी की पाइपलाइनों के लिए “राइट ऑफ वे” (Right of Way) शुल्क के रूप में मांगी गई है। यह पाइपलाइनें मुंबई के लाखों लोगों को पीने का पानी पहुंचाती हैं।
रेलवे का कहना है कि यह शुल्क अगले 10 वर्षों के लिए एडवांस में लिया जाएगा और यह जमीन के मौजूदा बाजार मूल्य पर आधारित है। यह जानकारी प्रसिद्ध रेलवे एक्टिविस्ट समीर झावेरी ने RTI से प्राप्त की है।
झावेरी का कहना है कि बीएमसी सिर्फ 5 पैसे प्रति लीटर की दर से पानी उपलब्ध कराती है, जो देश के सबसे कम रेट्स में से एक है। ऐसे में जरूरी सेवाओं पर भारी शुल्क लगाना सार्वजनिक कल्याण की भावना के खिलाफ है।
उन्होंने रेल मंत्रालय और केंद्र सरकार से अपील की है कि इस शुल्क को माफ या कम किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी जरूरी परियोजनाओं पर असर न पड़े।
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