Mumbai Crime: मुंबई में हालिया सड़क हादसों की बढ़ती संख्या ने यातायात सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी है। महज़ एक सप्ताह में लापरवाही और तेज रफ्तार की वजह से हुई अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की जान चली गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
मुंबई, 5 अगस्त: मुंबई, जो कभी अपने अनुशासित ट्रैफिक और सख्त कानून व्यवस्था के लिए जानी जाती थी, अब सड़क हादसों की बढ़ती घटनाओं से जूझ रही है। बीते एक सप्ताह में हुए छह प्रमुख सड़क हादसों ने न सिर्फ लोगों की जान ली, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया कि क्या मुंबई की सड़कों पर सुरक्षा सिर्फ एक भ्रम बनकर रह गई है?
🚗 मर्सिडीज़ ने छीनी फुटपाथ निवासी की जान
घटना 31 जुलाई की है, जब चौपाटी के पास एक फुटपाथ पर सो रहे 45 वर्षीय जगदीश उर्फ जग्गू को एक सफेद मर्सिडीज़ ने कुचल दिया। गाड़ी चला रहे कमलेश झा (39) ने गाड़ी पार्क करने की कोशिश में जग्गू को रौंद दिया और बिना रुके वहां से निकल गया।शिकायत बीएमसी की सफाईकर्मी पार्वती कालियान ने दर्ज कराई, जो पीड़ित को 25 साल से जानती थीं। आरोपी को बाद में जमानत मिल गई।
🛺 घायल को अस्पताल ले जाते हुए खुद बना खतरा
2 अगस्त को 66 वर्षीय ऑटो चालक जलिंदर डोंगरे ने पहले 28 वर्षीय पैदल यात्री मनोज गौड़ को टक्कर मार दी। हैरानी की बात यह रही कि घायल को अस्पताल ले जाने के दौरान उसने तीन और पैदल यात्रियों को टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल गौड़ को अस्पताल में मृत घोषित किया गया। पुलिस ने लापरवाही और तेज रफ्तार के आरोप में केस दर्ज किया है।
🏍️ सांताक्रूज़ में बाइक सवार की टक्कर से प्लंबर की मौत
1 अगस्त को गणेश शाह, जो पेशे से प्लंबर थे, सड़क पार कर रहे थे जब एक बाइक सवार ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल शाह को कूपर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्रारंभिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। हालांकि, अगले दिन उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई और दोबारा अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बाइक सवार फरार है।
🎓 छात्र भी नहीं बचे तेज़ रफ्तार का शिकार बनने से
रविवार को दो अलग-अलग घटनाओं में तीन कॉलेज छात्रों को तेज़ रफ्तार वाहनों ने घायल कर दिया। पहली घटना में राकेश जगताप (22) की बाइक को एक ऑटो ने गोरेगांव के पास टक्कर मारी। दूसरी घटना में बांद्रा में यामीन हुसैन (21) और ईशान राणा (19) को एक तेज़ रफ्तार टैक्सी ने अचानक यू-टर्न लेते हुए गिरा दिया। टैक्सी चालक राजेश शाह को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया। ऑटो चालक फरार है।
⚖️ कानून है, लेकिन पालन कौन करे?
मुंबई में ट्रैफिक नियमों की कमी नहीं है, लेकिन पालन करने वालों की संख्या कम होती जा रही है। लापरवाही, तेज़ गति, और हिट-एंड-रन जैसे अपराधों पर कड़ी सज़ा न होने से आरोपी बेखौफ हैं।
✅ विशेषज्ञों का मानना है कि:
- ट्रैफिक नियमों का डिजिटल मॉनिटरिंग बढ़ाना होगा
- ड्राइवरों की मानसिक स्थिति का मूल्यांकन जरूरी है
- हिट-एंड-रन मामलों में फास्ट-ट्रैक न्याय व्यवस्था की आवश्यकता है
मुंबई की रफ्तार थमने वाली नहीं, लेकिन अगर वाहन चलाने वाले अपनी जिम्मेदारियों को न समझें, तो यह रफ्तार किसी की भी ज़िंदगी को थमा सकती है। अब वक्त है कि प्रशासन के साथ-साथ आम नागरिक भी सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लें वरना अगली खबर किसी और की नहीं, आपकी हो सकती है।
भायंदर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: जुआ खेलते 20 लोग गिरफ्तार, ₹3.31 लाख का सामान जब्त