Mumbai Water Crisis: मुंबई के सात जलाशयों में सिर्फ 9% पानी बचा है, जबकि नई परियोजनाएं बेहद धीमी गति से चल रही हैं। मांग तेजी से बढ़ रही है, लेकिन आपूर्ति को लेकर भविष्य चिंता बढ़ा रहा है।
मुंबई और आसपास के क्षेत्रों की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे पेयजल की मांग भी हर वर्ष बढ़ती जा रही है। लेकिन इसके विपरीत, नई जल परियोजनाओं की रफ्तार बेहद धीमी है। इस समय सात जलाशयों में सिर्फ 9.04% यानी 1.72 लाख मिलियन लीटर पानी बचा है। ये आंकड़ा बीएमसी की चिंता को बढ़ा रहा है, खासकर जब मानसून ने समय पर दस्तक नहीं दी है।
🔸 सात जलाशयों से जलापूर्ति:
मुंबई को पानी की आपूर्ति सात प्रमुख जलाशयों से होती है—मोडक सागर, तानसा, भातसा, अपर वैतरणा, मध्य वैतरणा, तुलसी और विहार। इनका कुल जल भंडारण 14.47 लाख मिलियन लीटर है। वर्तमान में कुल भंडारण का केवल 9.04 प्रतिशत पानी बचा हुआ है।
बीएमसी को 1 अक्टूबर तक कम से कम 14.47 लाख मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता होती है, ताकि अगले वर्ष की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। लेकिन इस समय जो जल भंडार है, वह सिर्फ 1.72 लाख मिलियन लीटर है।
🔸 धीमी गति से चल रही परियोजनाएं:
मुंबई महानगर क्षेत्र जल प्राधिकरण (MMRDA) द्वारा भातसा, गर्गाई, पिंजाल, दामणगंगा-वैतरणा और शाही के लिए योजनाएं बनाई गई थीं, लेकिन अधिकांश परियोजनाएं अब तक कागज़ों पर ही सीमित हैं।
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2014 में भातसा बांध के पास 455 एमएलडी जलशुद्धिकरण संयंत्र की योजना बनी थी, जिसे 2018 में शुरू करना था, लेकिन अब तक निर्माण अधूरा है।
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दामणगंगा-वैतरणा और गर्गाई परियोजनाएं भी धीमी गति से चल रही हैं।
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टेमघर बांध से 440 एमएलडी की परियोजना भी अभी पाइपलाइन में है।
🔸 इस साल पानी की कटौती नहीं:
बीएमसी ने आश्वासन दिया है कि इस साल पानी की कोई कटौती नहीं की जाएगी, बशर्ते मानसून जुलाई के पहले सप्ताह तक सामान्य हो जाए। लेकिन अगर बारिश में देर हुई तो स्थिति गंभीर हो सकती है।
🔸 प्रमुख जलाशयों की स्थिति (14 जून तक):
जलाशय | भंडारण क्षमता (ML) | मौजूदा भंडारण (ML) |
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अपर वैतरणा | 227047 | 1327 |
मध्य वैतरणा | 128925 | 34919 |
मोडक सागर | 145800 | 14705 |
तानसा | 93530 | 24814 |
भातसा | 711737 | 50411 |
तुलसी | 27698 | 8995 |
विहार | 8046 | 2341 |
कुल | 1429783 | 136512 |