वसई-विरार: नायगांव (Naigaon)इलाके से एक चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है जहाँ तेज़ बारिश के बाद काम से लौट रहे लोग रिक्शा के लिए घंटों लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं।
लोगों का आरोप है कि नायगांव (Naigaon) के स्थानीय रिक्शा यूनियन की मनमानी और दबंगई के कारण बाहर के रिक्शा चालकों को क्षेत्र में आने नहीं दिया जाता।
स्थिति इतनी गंभीर है कि अगर कोई बाहरी रिक्शा वाला गलती से भी नायगांव (Naigaon) पहुंच जाए तो उसके साथ मारपीट की जाती है। स्थानीय रिक्शा यूनियन का इलाके में इस कदर दबदबा है कि प्रशासन भी कार्रवाई करने से कतराता है।
लाखों रुपये देकर नायगांव (Naigaon) में फ्लैट लेने वाले लोग अब सुविधाओं के अभाव और परिवहन की बदहाल व्यवस्था से परेशान हैं।
View this post on Instagram
हालांकि विधायक स्नेहा दुबे पंडित ने हाल ही में नायगांव (Naigaon) के लिए नई बस सेवा शुरू करने का आश्वासन दिया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या कुछ बसें आने से आम जनता को रिक्शा यूनियन की गुंडागर्दी से राहत मिल पाएगी?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि मिलकर इस समस्या का समाधान कब तक निकाल पाते हैं।
वसई में शुरू हुई ई-बस सेवा: स्वच्छ और हरित भविष्य की ओर एक मजबूत कदम