Nalasopara Murder News: 32 वर्षीय विजय चौहान की हत्या में पत्नी चमन चौहान और उसके प्रेमी मोनू शर्मा के अलग-अलग बयान पुलिस की जांच में उलझन पैदा कर रहे हैं। दोनों आरोपी एक-दूसरे को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि पुलिस को उनके कथन संदिग्ध लग रहे हैं।
पालघर, 24 जुलाई: नालासोपारा के पेल्हार इलाके में 32 वर्षीय विजय चौहान की हत्या के मामले में पुलिस के समक्ष आरोपी पत्नी चमन चौहान और उसके प्रेमी मोनू शर्मा के बयान में बड़ा विरोधाभास सामने आया है। इन दोनों के विरोधाभासी बयान अब जांच को और जटिल बना रहे हैं।
🔍 पुलिस के सामने बयान:
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चमन चौहान का दावा:
उसने विजय को ज़हर दिया था और शव को घर के फर्श के नीचे दबाकर टाइलें लगवा दीं। चमन का कहना है कि मोनू निर्दोष है। -
मोनू शर्मा का बयान:
उसने विजय का गला घोंटकर अकेले हत्या की, जबकि हत्या के समय चमन घर से बाहर थी।
➡️ पुलिस को क्या लगा संदिग्ध?
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पुलिस को लगता है कि मोनू अकेले विजय जैसे मजबूत व्यक्ति को काबू नहीं कर सकता था।
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2 जुलाई को विजय का मोबाइल बंद पाया गया — जो हत्या की संभावित तारीख मानी जा रही है।
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पुलिस को शक है कि दोनों ने मिलकर पहले नींद की गोली दी और फिर गला घोंटा।
➡️ शव दबाने की साजिश:
शव को घर के फर्श के नीचे दबाना, हत्या को पूर्व नियोजित साजिश दर्शाता है। कॉल रिकॉर्ड और तकनीकी सबूतों से पुलिस दोनों की मिलीभगत की जांच कर रही है।
👮♀️ पुलिस कार्रवाई:
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पेल्हार पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ तेज कर दी है।
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हत्या में इस्तेमाल मेडिकल सबूत, मोबाइल रिकॉर्ड और टाइल वर्क की मदद से केस को जोड़ा जा रहा है।
विजय चौहान की हत्या एक साधारण घरेलू विवाद नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश लग रही है। पुलिस अब इस मामले को हत्या के साथ साजिश और सबूत मिटाने के एंगल से देख रही है।
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