पालघर के बोईसर इलाके में एक कंपनी को फर्जी वाटर कनेक्शन अपडेट के बहाने ₹21.30 लाख की साइबर ठगी का शिकार बनाया गया। पुलिस की तत्परता से पूरी राशि सुरक्षित लौटी।
पालघर,13 अगस्त: पालघर जिले के बोईसर में स्थित हायहोल्ट इलेक्ट्रिकल्स प्रा. लि. एक बड़ी साइबर ठगी का शिकार बन गई। 31 जुलाई को कंपनी को वाट्सएप पर ‘नोटिस ऑफ डिसकनेक्शन’ के नाम से फर्जी संदेश भेजा गया। संदेश में दावा किया गया कि रात 9:30 बजे तक पानी का बिल अपडेट नहीं करने पर कनेक्शन काट दिया जाएगा। खुद को MIDC कर्मचारी बताने वाले ठग राहुल सिंह ने एक फर्जी APK फाइल भेजी और बैंक डिटेल भरने को कहा।
जैसे ही जानकारी डाली गई, कंपनी के खाते से ₹21,30,500 रुपये निकाल लिए गए।
👮♂️ पुलिस की त्वरित कार्रवाई
कंपनी ने तुरंत बोईसर पुलिस स्टेशन और सायबर पुलिस स्टेशन, पालघर में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस निरीक्षक शिरीष पवार की अगुवाई में, पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख के मार्गदर्शन में टीम ने आईसीआईसीआई बैंक से ट्रांजैक्शन होल्ड करवाया। कंपनी के डायरेक्टर प्रफुल्ल शाह को तुरंत 1930 साइबर हेल्पलाइन और NCCRP पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने को कहा गया।
त्वरित कदमों की बदौलत सायबर सेल ने आरोपी के खाते में पड़ी रकम ब्लॉक कर दी और पूरी राशि कंपनी को लौटा दी।
🔍 जांच जारी, पुलिस की चेतावनी
इस ऑपरेशन में सायबर सेल, बोईसर पुलिस, और पालघर पुलिस का अहम योगदान रहा। पुलिस उपनिरीक्षक रूपाली गुंड, भोसले, रूपेश पाटील, और जिग्नेश तांबेकर की भूमिका महत्वपूर्ण रही। पुलिस अब आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी के लिए आगे जांच कर रही है।
📢 पुलिस की अपील:
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अज्ञात लिंक, मैसेज या ऐप डाउनलोड करने से बचें।
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कभी भी बैंक डिटेल ऑनलाइन साझा न करें।
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साइबर ठगी की स्थिति में तुरंत 1930 या नजदीकी थाने में संपर्क करें।
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