Palghar News: पालघर जिले के सबवे में जलभराव से निपटने के लिए सेंसर आधारित इलेक्ट्रिक पंप और सुरक्षा के लिए शीशे लगाए गए, लेकिन रोशनी और फिसलन की समस्या बनी हुई है।
पालघर,3 जुलाई : पालघर जिले में मानसून के दौरान सबवे में जलभराव और दुर्घटनाओं से निपटने के लिए प्रशासन ने ठोस कदम उठाए हैं। रेलवे प्रशासन ने सबवे की दीवारों से पानी के रिसाव को रोकने और जल निकासी के लिए सेंसर आधारित इलेक्ट्रिक पंप लगाए हैं। इसके अलावा, सबवे की मोड़ वाली कनेक्टिंग सड़कों पर नुकीले मोड़ों के पास शीशे लगाए गए हैं ताकि वाहन चालकों को दृश्यता में सहायता मिले। यह निर्णय डिप्टी कलेक्टर महेश सागर द्वारा आयोजित एक संयुक्त बैठक में लिया गया, जिससे स्थानीय नागरिकों को काफी राहत मिली है।
स्थानीय निवासी मधुसूदन जोशी ने बताया कि एक साल की मांग और सरकारी चर्चा के बाद ये शीशे लगाए गए हैं, जो सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वहीं, सबवे की दीवारों से बारिश के पानी के झरने और रिसाव आज भी चिंता का विषय बने हुए हैं। बारिश के दिनों में पानी के साथ मिट्टी भी सुरंग में जमा हो जाती है, जिससे रास्ता फिसलन भरा हो जाता है। बिजली कटौती के दौरान पानी निकालने के लिए डीजल पंपों का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उनका शोर ध्वनि प्रदूषण पैदा कर रहा है।
इसके साथ ही, रोशनी की समस्या भी स्थानीयों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। लगभग 70 मीटर लंबी सुरंग में दिन में भी अंधेरा रहता है, जिससे यात्रा करना जोखिम भरा हो गया है। नागरिकों की लगातार शिकायतों के बाद रेलवे प्रशासन ने अब सबवे में उचित प्रकाश व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, जब तक यह काम पूरा नहीं होता, तब तक यात्रियों को सतर्कता के साथ इन सबवे से गुजरना पड़ेगा।