पालघर में 1942 की ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में बलिदान देने वाले पांच स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। हुतात्मा स्तंभ पर पुष्पचक्र अर्पण के साथ जिले में बाजारें बंद रखकर सम्मान व्यक्त किया गया।
पालघर, 14 अगस्त: 1942 के ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में बलिदान देने वाले पालघर तालुका के पांच वीर सपूतों की स्मृति में आज हुतात्मा स्तंभ पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित हुई। पुष्पचक्र अर्पण कर काशिनाथ हरी पागधरे (सातपाटी), गोविंद गणेश ठाकूर (नांदगाव), रामप्रसाद भीमाशंकर तिवारी (पालघर), सकूर गोविंद मोरे (सालवड) और रामचंद्र महादेव चूरी (मुरबे) को नमन किया गया। उनके बलिदान के सम्मान में जिले की सभी बाजारें स्वेच्छा से बंद रहीं।
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भावनात्मक माहौल, बड़ी संख्या में मौजूद रहे नागरिक
कार्यक्रम में सांसद हेमंत सवरा, विधायक राजेंद्र गावित, विलास तरे, पूर्व विधायक श्रीनिवास वनगा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनोज रानडे, पुलिस अधीक्षक यतिश देशमुख सहित कई वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि, शहीदों के परिजन और सैकड़ों नागरिक उपस्थित रहे। स्कूली बच्चों ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर वातावरण को भावनाओं से भर दिया।
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नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा
वक्ताओं ने कहा कि इन वीरों का बलिदान हमें याद दिलाता है कि स्वतंत्रता केवल अधिकार नहीं, बल्कि जिम्मेदारी भी है। इस आयोजन ने युवा पीढ़ी को देशभक्ति और त्याग की प्रेरणा दी। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि हर वर्ष इस दिन को श्रद्धापूर्वक मनाया जाएगा, ताकि बलिदान की यह गाथा जीवित रहे।
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