पालघर जिले में 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य शासकीय ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें पालकमंत्री गणेश नाईक ने ध्वजारोहण किया। समारोह कोलगांव के पुलिस परेड मैदान, जेनेसिस औद्योगिक परिसर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर पालकमंत्री नाईक ने उपस्थित स्वतंत्रता सेनानियों, नागरिकों, सरकारी अधिकारियों, स्कूल और कॉलेज के छात्रों एवं कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं।
पालकमंत्री नाईक ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के माध्यम से पालघर जिले में हो रहे विकास कार्यों और विभिन्न परियोजनाओं को देखते हुए, आने वाले समय में पालघर जिला एक प्रगतिशील जिले के रूप में अपनी पहचान बनाएगा।
उन्होंने बताया कि ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण’ योजना के तहत पालघर जिले में लगभग छह लाख माताओं और बहनों को लाभान्वित किया गया है, और अब तक छह किस्तों में यह राशि प्रदान की गई है।
‘मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना’ के तहत जिले में 1,533 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देकर 2.88 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति भी प्रदान की गई है, जिससे युवाओं की रोजगार क्षमता में वृद्धि हो रही है।
वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत जिले में 30,000 हेक्टेयर क्षेत्र पर 50,687 वन अधिकार दावे मंजूर किए गए हैं, जिसमें पालघर जिला देश में व्यक्तिगत वन अधिकार दावे मंजूर करने में प्रथम स्थान पर है।
पालकमंत्री नाईक ने यह भी बताया कि पालघर जिले के वधावन में 22 मीटर गहराई वाले प्राकृतिक तट के कारण, यहां विश्व के प्रमुख बंदरगाहों के समान एक बड़ा बंदरगाह विकसित किया जा सकता है। इस परियोजना से राज्य और देश के विकास में योगदान मिलेगा और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
‘सुशासन सप्ताह’ के दौरान, पालघर जिले ने नागरिकों की शिकायतों के निवारण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए महाराष्ट्र में आठवां स्थान प्राप्त किया है, जो जिले के लिए गर्व की बात है।
पालकमंत्री नाईक ने कहा कि आने वाले 100 दिनों के कार्यक्रम में निवेशकों के लिए ‘एक खिड़की योजना’ जैसी सुविधाओं के माध्यम से उनकी प्रशासनिक कठिनाइयों को कम करने पर जोर दिया जाएगा, जिससे उद्योग क्षेत्र में सुगमता आएगी।
समारोह के अंत में, पालकमंत्री नाईक ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं और जिले के विकास में सभी के सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की।
समारोह में जिला परिषद अध्यक्ष प्रकाश निकम, सांसद डॉ. हेमंत सवरा, विधायक राजेंद्र गावित, जिलाधिकारी गोविंद बोडके, जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी भानुदास पालवे, जिला पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल, राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य वैदेही वाधाणे, निवासी उपजिलाधिकारी सुभाष भागडे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, छात्र और नागरिक उपस्थित थे।